बॉलीवुड स्टार संजय दत्त के स्टार जीजा कुमार गौरव के बारे में सिनेलवर्स जरूर जानते होंगे. कुमार गौरव ने 80 और 90 के दशक में फिल्मों में बतौर एक्टर और साइड एक्टर काम किया था. कुमार गौरव अपनी डेब्यू फिल्म लव-स्टोरी (1981) से ही रातों-रात चमक उठे थे. कुमार गौरव की डेब्यू फिल्म ने भले ही तहलका मचाया हो, लेकिन देखते ही देखते एक्टर का फिल्मी करियर गर्त में चला गया. कुमार गौरव अपनी सक्सेस को कायम रखने में नाकाम रहे और फिर एक रोज उनका बॉलीवुड करियर पूरी तरह से खत्म हो गया. कुमार गौरव के गिरते फिल्मी करियर की भी एक वजह रही थी, चलिए जानते हैं.
क्यों डूबा कुमार गौरव का करियर?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कुमार गौरव जब अपनी डेब्यू फिल्म के साथ-साथ कुछ फिल्मों के हिट होने पर कामयाब हुए तो उनकी खुशी सातवें आसमान पर थी. कुमार गौरव स्टारडम को भुनाने में नाकामयाब रहे. एक्टर के सिर स्टाडम ऐसा चढ़कर बोला कि वह नई-नई एक्ट्रेस संग काम करने से मना करते चले गए, जिसकी वजह से उनके हाथ से कई ब्लॉकबस्टर फिल्में निकल गईं. फिल्म प्रोड्यूसर दिनेश बंसल ने फिल्म शीरीं फरहाद में कुमार गौरव के साथ राज कपूर की फिल्म 'राम तेरी गंगा मैली' की एक्ट्रेस मंदाकिनी को कास्ट किया था, लेकिन एक्टर ने नई हीरोइन के साथ काम करने से मना कर दिया. फिल्म हिट हुई और मंदाकिनी लोगों की नजरों में चढ़ गई.
कुमार गौरव की आखिरी फिल्म
शीरी फरहाद के बाद रिलीज हुई मंदाकिनी की फिल्म राम तेरी गंगा मैली से वह बड़ी स्टार बन गईं और दूसरी तरफ कुमार गौरव का करियर डूबता चला गया. वहीं, एक समय ऐसा आया जब खुद मंदाकिनी ने भी कुमार गौरव संग काम करने से मना कर दिया. कुमार गौरव ने एक नहीं बल्कि प्रोजेक्ट को नई एक्ट्रेस के साथ काम ना करने का हवाला देकर ठुकरा दिया. कुमार गौरव को आखिरी बॉलीवुड फिल्म कांटे (2002) में देखा गया था.