आज भारत के लिए गर्व का दिन रहा, जब भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने अपना अब तक का सबसे भारी सैटेलाइट CMS-03 सफलतापूर्वक लॉन्च किया. इस लॉन्च से भारत की तकनीकी ताकत एक बार फिर दिखी और यह साबित हुआ कि देश अब अंतरिक्ष के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की राह पर मजबूती से आगे बढ़ रहा है. इस सैटेलाइट का मकसद फोन और टीवी जैसी सेवाओं को बेहतर बनाना है. इसे ISRO के सबसे ताकतवर रॉकेट से लॉन्च किया गया, जिसे लोग प्यार से ‘बाहुबली' कहते हैं.
मशहूर फिल्ममेकर एस.एस. राजामौली, जिनकी सुपरहिट फिल्म बाहुबली भारतीय सिनेमा की पहचान बन चुकी है, ने गर्व जताया जब इसरो ने अपने लॉन्च व्हीकल को फिर से बाहुबली कहा. उन्होंने ट्विटर पर अपनी खुशी जताते हुए लिखा, “#ISRO को आज सबसे भारी कम्युनिकेशन सैटेलाइट CMS-03 के सफल लॉन्च पर बहुत-बहुत बधाई! ये भारत के लिए गर्व का पल है, जो हमारी तकनीकी ताकत और अंतरिक्ष क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को दिखाता है. अब आगे और ऊंचाइयों की ओर! 🇮🇳🚀
हमारी पूरी बाहुबली टीम बहुत खुश है क्योंकि @ISRO ने इस रॉकेट को प्यार से ‘बाहुबली' नाम दिया है… उसकी ताकत और वजन की वजह से 💪🏼💪🏼 हम सबके लिए ये सच में सम्मान की बात है. 🤗🤗”
राजामौली का इस पल से जुड़ाव सिर्फ एक भावना नहीं है. उनकी फिल्म बाहुबली: दि एपिक, जो 31 अक्टूबर 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज हुई, ने ओरिजिनल फ्रेंचाइजी की विरासत को ग्रैंड विजुअल्स, गहराई भरी कहानी और विशाल पैमाने की सिनेमाई दुनिया के साथ और आगे बढ़ाया है. इस री-रिलीज ने दर्शकों को बाहुबली का जादू एक बार फिर बड़े पर्दे पर महसूस करने का आखिरी मौका दिया है वैसे ही, जैसे इसे देखने का असली मजा है. बहुत कम फिल्में हैं जिन्होंने बाहुबली की तरह पूरे देश को एक साथ रोमांच और गर्व की भावना में जोड़ा हो.