बॉलीवुड में 70-80 के दशक में कई अभिनेत्रियां हुईं, जिन्होंने लंबे समय तक फैंस के दिलों पर राज किया. उस दौर के एक्टर्स की फिल्में और गाने फैंस आज भी देखना सुनना पसंद करते हैं. ऐसी ही एक एक्ट्रेस हैं, जिन्हें उस दौर में सुपरस्टार कहा जाता था. आज हम बात करेंगे उस दौर की सुपरस्टार अभिनेत्री स्मिता पाटिल की. स्मिता ने अपने करियर में कई सुपरहिट फिल्में दीं. 80 के दशक में स्मिता पाटिल की लगभग हर फिल्म हिट होती थी. स्मिता उस दौर में महिला प्रधान फिल्मों की जान थी. वहीं उन्होंने कई हिट कमर्शियल फिल्में भी की. उन्होंने उस दौर में लगभग सभी बड़े स्टार्स के साथ बतौर हीरोइन फिल्मों में काम किया. हिंदी सिनेमा में बेहतरीन एक्टिंग के लिए उन्हें पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया. फिल्मों में उम्दा एक्टिंग के लिए उन्हें सराहा गया तो वहीं उनकी पर्सनल लाइफ भी खूब सुर्खियों में रही.
स्मिता पाटिल का जन्म 17 अक्तूबर 1955 को एक राजनीतिक परिवार में हुआ था.उन्होंने आर्ट फिल्मों से लेकर बॉलीवुड मसाला फिल्मों में भी काम किया . स्मिता पाटिल ने 1975 में श्याम बेनेगल की फिल्म 'चरणदास चोर' से अपने करियर की शुरुआत की थी.
स्मिता ने हिंदी, मराठी, गुजराती, मलयालम सहित करीब अस्सी से ज्यादा फिल्मों में काम किया. फिल्मों में उनके योगदान के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड और फिल्मफेयर अवॉर्ड के अलावा
पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा गया.
स्मिता अपने पर्सनल लाइफ को लेकर काफी सुर्खियों में रही. दरअसल वह बॉलीवुड एक्टर राज बब्बर के साथ रिलेशनशिप में थीं और राज पहले से शादी शुदा थे. दोनों 1982 में 'भीगी पलकें' की शूटिंग के दौरान मिले, और यह मुलाकात प्यार में बदल गई.
राज और स्मिता भीगी पलकें की शूटिंग के दौरान ओडिशा में मिले थे. दोनों में पहली मुलाकात में ही लड़ाई हुई फिर बाद में दोनों दोस्त बनें और उनकी दोस्ती प्यार में बदल गई. स्मिता को शादीशुदा राज से रिश्ता रखने के कारण काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था.
स्मिता के इस फैसले से उनके माता-पिता खुश नहीं थे. लेखिका मैथिली राव ने अभिनेत्री की बायोग्राफी में लिखा है कि स्मिता की मां राज और स्मिता के रिश्ते के खिलाफ थीं. वहीं राज की पत्नी नादिरा भी दोनों के रिश्ते के खिलाफ थी राज बब्बर ने स्मिता के साथ रहने के लिए पत्नी नादिरा को छोड़ दिया था.
राज बब्बर ने अपने रिश्ते को लेकर एक इंटरव्यू में कहा था, स्मिता और उनका रिश्ता कुछ ऐसा था, जो बस जुड़ गया. वहीं एक इंटरव्यू में नादिरा ने कहा था स्मिता मेरे पति के बेहद क्लोज थी. भले ही उनका मेरे पति के साथ अफेयर था, लेकिन मुझे भरोसा था कि मेरे घर की जरुरतों पर इससे असर नहीं पड़ेगा.
एक इंटरव्यू में स्मिता ने कहा था कि यह रिश्ता इतना आसान नहीं है. स्मिता ने नादिरा को लेकर कहा था कि वह अकेलेपन और दर्द से गुजर रही होंगी. शादी के बाद स्मिता ने एक बेटे को जन्म दिया था और उसका नाम प्रतीक रखा गया.
बच्चे के जन्म के 15 दिन बाद ही 31 वर्ष की आयु में उन्होंने इस दुनिया से विदा ले ली. दरअसल बच्चे के जन्म के समय ही उन्हें इनफेक्शन हो गया था, जो इतना बढ़ गया कि उनके मौत का कारण बना.
स्मिता पाटिल की जीवनी लिखने वाली फेमस राइटर मैथिली राव ने एक इंटरव्यू में बताया था कि स्मिता को वायरल इन्फेक्शन की वजह से ब्रेन इन्फेक्शन हो गया था. जिसकी वजह से उनका निधन हुआ.
स्मिता के अचानक निधन के बाद राज टूट गए थे, लेकिन कुछ समय बाद वह अपनी पहली पत्नी नादिरा के पास वापस चले गए. स्मिता के निधन के बाद नादिरा ने कहा था कि स्मिता के निधन ने राज और प्रतिक के साथ मुझे भी तोड़ दिया था. वह बुरा समय था. राज बब्बर के दो बेटे हैं. पहली पत्नी नादिरा से आर्य बब्बर और स्मिता से प्रतीक बब्बर.