31 अक्टूबर को बाहुबली द एपिक के अलावा जुबिन गर्ग की आखिरी फिल्म 'रोई रोई बिनाले' शुक्रवार यानी आज असम के सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है. अगले एक हफ्ते के सभी शो के टिकट बिक चुके हैं और उम्मीद की जा रही है कि गर्ग की यह संगीतमय फिल्म पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ देगी और असमिया सिनेमा के लिए नए रिकॉर्ड स्थापित करेगी. लोगों के भारी उत्साह को देखते हुए, सिनेमाघरों में शो की संख्या बढ़ा दी गई है. कुछ सिनेमा हॉल मालिकों ने एक दिन में फिल्म के सात शो दिखाने का फैसला किया है, जो सुबह 4.45 बजे से शुरू हो चुके हैं और देर रात समाप्त होंगे.
'रोई रोई बिनाले' में, गर्ग मुख्य किरदार निभा रहे हैं, जो एक नेत्रहीन संगीतकार है. जुबिन गर्ग की इस फिल्म में 11 गाने हैं, जिन्हें उन्होंने खुद संगीतबद्ध किया है. यह फिल्म एक संगीतकार के जीवन और उसके संघर्ष के इर्द-गिर्द केंद्रित है. फिल्म के ट्रेलर में दिखाया गया है कि संगीतकार समुद्र तट पर बेसुध पड़ा है और एक व्यक्ति उसे जगाने की कोशिश कर रहा है, जो उसकी मौत के साथ चौंकाने वाला संयोग है. इस प्रसिद्ध गायक की 19 सितंबर को सिंगापुर में समुद्र में तैरते समय रहस्यमय परिस्थितियों में मृत्यु हो गई.
ट्रेलर रिलीज होने के बाद, इंटरनेट पर भावुक पोस्ट की बाढ़ आ गई और लोगों ने सवाल उठाए कि क्या गर्ग को अपने अंत का भान था. 'समुद्र वाकई बहुत विशाल है. क्या मैं तैर पाऊंगा?' ट्रेलर का यह संवाद दर्शकों को भावुक कर रहा है. गर्ग, जिन्होंने कई बार खुद को 'सामाजिक-वामपंथी' बताया था, 1:54 मिनट की क्लिप में यह बोलते हुए दिखाई देते हैं, 'मैं एक कलाकार हूं. और एक कलाकार की एक ही राजनीति होनी चाहिए - जनता के साथ खड़ा होना चाहिए, राजा के साथ नहीं!'
गायक ने सार्वजनिक रूप से घोषणा की थी कि वह चे ग्वेरा, चार्ली चैपलिन और के अनुयायी हैं - ये सभी कम्युनिस्ट विचारधारा से जुड़े हैं. 'रोई रोई बिनाले' 90 के दशक के गर्ग के हिट गानों में से एक था. गर्ग, राजेश भुयान द्वारा निर्देशित 146 मिनट लंबी फिल्म 'रोई रोई बिनाले' के निर्माता भी हैं.
पिछले तीन हफ्तों में फिल्म का ट्रेलर, टाइटल ट्रैक और कुछ अन्य गाने रिलीज हो चुके हैं. इन्हें यूट्यूब पर कुल मिलाकर एक करोड़ से ज्यादा लोगों ने देखा है. फिल्म कंटेंट प्रदाता यूएफओ मूवीज इंडिया के महाप्रबंधक (बिक्री एवं वितरण) सौरव दत्ता ने पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा, 'जुबिन गर्ग की अंतिम फिल्म को भव्य तरीके से रिलीज करने के लिए मंच तैयार है. अभी तक पूर्वोत्तर में 91 स्क्रीन और देश के बाकी हिस्सों में लगभग 90 स्क्रीन पर कल से यह फिल्म प्रदर्शित होगी.'
उन्होंने कहा कि कोई भी असमिया फिल्म अब तक इस स्तर पर रिलीज नहीं हुई है और उसे जबरदस्त प्रतिक्रिया भी मिल रही है. उन्होंने कहा कि बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए 14 नए स्क्रीन जोड़े जाएंगे और हॉल तथा शो की संख्या भी लगातार बढ़ रही है. दत्ता ने कहा, 'हमारी टीम पिछले 15 दिन से काम पर है. हम लगभग हर दिन नए प्रोजेक्टर लगा रहे हैं. मैंने अपने पूरे करियर में इस क्षेत्र में किसी फिल्म के लिए इतनी मांग नहीं देखी.'
उन्होंने कहा कि लखनऊ, इंदौर, पटना, कटक, भुवनेश्वर, देहरादून, दार्जिलिंग, गंगटोक, कोच्चि, जयपुर, सूरत, रांची, धनबाद, कोयंबटूर और गोवा जैसे स्थानों पर, जहां पहले कोई असमिया फिल्म प्रदर्शित नहीं हुई थी, शुक्रवार से 'रोई रोई बिनाले' का प्रदर्शन किया जाएगा. असम मंत्रिमंडल ने बुधवार को फैसला किया कि सरकार 'रोई रोई बिनाले' से मिलने वाली जीएसटी रकम में राज्य का हिस्सा कलागुरु आर्टिस्ट फाउंडेशन को सौंप देगी, जिसे गायक ने दलितों के कल्याण के लिए स्थापित किया.
 
  
  
  
 