अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, संजीव कुमार, अमजद खान, जया बच्चन, हेमा मालिनी की शोले को 50 साल होने जा रहे हैं. रमेश सिप्पी के डायरेक्शन में बनी सलीम जावेद की लिखी ये कहानी अपने आप में एक अलग ही क्लासिक फिल्म है. 15 अगस्त 2025 को इस फिल्म को रिलीज हुए पूरे 50 साल हो जाएंगे. इस बात की खुशी और जश्न भारत में तो मनाया जा ही रहा है. साथ ही लाख ईरान में भी इस फिल्म को लेकर एक एक्साइटमेंट है. यही वजह है कि ईरान में शोली की री-रिलीज की बात उठी.
मुंबई में इस्लामी गणराज्य ईरान के महावाणिज्य दूत हसन मोहसेनी फर्द ने इच्छा जाहिर की इस आइकॉनिक फिल्म को ईरान में री-रिलीज किया जाए. उन्होंने कहा,...मैं कहना चाहता हूं कि इस मौके का फायदा उठाया जाए और तेहरान में एक बार फिर एक फिल्म फेस्टिवल करवाया जाए. उस फेस्टिवल में शोले की स्क्रीनिंग की जाए लेकिन एक शर्त है...अगर हम फिल्म की कास्ट को भी इन्वाइट कर पाएं तो बहुत अच्छा होगा. यह मेरा आइडिया है.
शोले में गब्बर के लिए पहली पसंद नहीं थे अमजद खान!
यूं तो इस फिल्म से जुड़े कई ट्रीविया हैं जो आपको हैरान कर सकते हैं लेकिन हम आपको फिल्म के हिट किरदार गब्बर से जुड़ा एक ट्रीविया बताते हैं. दरअसल गब्बर के रोल के लिए पहली पसंद डैनी डेंजोंग्पा थे. लेकिन डैनी उस वक्त अपनी फिल्म धर्मात्मा की शूटिंग में बिजी थे. अमजद खान से बात हुई लेकिन उन्हें भी बाहर का रास्ता दिखा ही दिया था. दरअसल जावेद अख्तर को गब्बर के लिए अमजद की आवाज कमजोर लग रही थी लेकिन आखिर में वे मान ही गए और नतीजा आपके सामने है.