Sherni Review: ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज होने वाली फिल्मों को लेकर अकसर कमजोर कहानी का संदेह रहता है. पिछले कुछ समय में यह बात देखने को मिली भी है. एक बार फिर ओटीटी प्लेटफॉर्म पर एक और कमजोर फिल्म देखने को मिली है, जिसमें बॉलीवुड की दिग्गज अदाकारा विद्या बालन लीड रोल में हैं. लेकिन कमजोर कहानी की वजह से उनकी एक्टिंग का करिश्मा भी फिल्म को लेकर पूरी तरह निराश करता है. 'शेरनी' जैसे नाम वाली फिल्म पूरी तरह से कमजोर और लाचार निकलती है, और आखिर में यह बात दिमाग में कौंधती है कि आखिर डायरेक्टर ने क्या सोचकर इस फिल्म का निर्माण किया था.
'शेरनी' की कहानी विद्या बालन की है. वह वन अधिकारी है. उन्हें एक बाघिन को बचाना है जबकि कुछ लोगों को उसे निशाना बनाना है. इस तरह फिल्म में यह कहानी देखने को मिलती है. फिल्म में इंसान के वन्य जीवों के जीवन में बढ़ते दखल जैसे विषय को भी छूने की कोशिश की गई है. इसके साथ ही राजनैतिक पक्ष को भी पेश किया है. लेकिन फिल्म कुल मिलाकर धीमी रफ्तार से चलती है और कुछ भी सॉलिड तरीके से पेश नहीं कर पाती है. विद्या बालन और फिल्म के नाम से जैसा इशारा मिल रहा था, फिल्म पूरी तरह निराश करती है. फिल्म की कहानी में कहीं भी ऐसा मौका नहीं आता है जहां 'शेरनी' दहाड़ सके. इस तरह एक जबरदस्त नाम वाली फिल्म कमजोर डायरेक्शन औऱ फीकी कहानी की वजह से न दिल में उतरती है और न ही दिमाग में.
रेटिंग: 2/5 स्टार
डायरेक्टरः अमित मसुरकर
कलाकारः विद्या बालन, शरत सक्सेना और विजय राज