शक्ति कपूर को कॉलेज में खून के आंसू रुला चुके हैं मिथुन दा, बदमाशी का किस्सा सुन रह जाएंगे हैरान

शक्ति कपूर ने डीडी उर्दू को दिए इंटरव्यू में अपने कॉलेज के दिन याद किए और उनके किस्सों में सबसे ज्यादा जिक्र रहा मिथुन चक्रवर्ती का...उनकी कहानियों से ऐसा लगा जैसे कि कॉलेज के बदमाश मिथुन दा ही थे.  

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नई दिल्ली:

शक्ति कपूर फिल्म इंडस्ट्री में विलेन के तौर पर ज्यादा पहचाने जाते हैं. यूं तो उन्होंने कॉमिक कैटेगरी में भी कई अच्छी और यादगार फिल्में दीं लेकिन उनके गुंडे वाले रोल लोगों के दिमाग में ज्यादा छपे हुए हैं. फिल्मों में अपनी बदमाशी से हीरो को परेशान करने वाले शक्ति कपूर कॉलेज में खुद रैगिंग का शिकार हुए थे. शक्ति कपूर ने डीडी उर्दू को दिए इंटरव्यू में अपने कॉलेज के दिन याद किए और उनके किस्सों में सबसे ज्यादा जिक्र रहा मिथुन चक्रवर्ती का...उनकी कहानियों से ऐसा लगा जैसे कि कॉलेज के बदमाश मिथुन दा ही थे.  

बता दें कि मिथुन और शक्ति कपूर ने साथ में गुंडा, गुरु, क्रांति क्षेत्र, बादल, प्यार का कर्ज और दलाल जैसी फिल्मों में काम किया. सेट पर तो साथ बन गए लेकिन कॉलेज में मिथुन दा ने शक्ति कपूर की जमकर रैगिंग की थी. शक्ति ने बताया कि मिथुन दा ने घंटों रैगिंग करने के बाद उन्हें हॉस्टल के कमरे में बंद कर दिया था. ये दोनों FTII पुणे में साथ पढ़ा करते थे...साथ क्या मिथुन दा शक्ति कपूर के सीनियर थे.

शक्ति ने बताया, जब मैं मुंबई पहुंचा तो मेरे एक हाथ में बीयर थी और मुझे पहले ही स्टार जैसी फीलिंग आ रही थी. हम होस्टल पहुंचे. राकेश रोशन मुझे वहां छोड़ने आए थे. वहां गेट पर एक शख्स खड़ा था..मस्कुलर बॉडी वाले उस शख्स ने धोती पहनी थी. इस धोती में इतने छेद थे कि गिनना मुश्किल था. उसने जैसे ही हमें देखा राकेश रौशन के पैर छुए. मेरे हाथ में बीयर थी. मैंने पूछा - तुम पीओगे...उसने मना कर दिया और कहा कि हॉस्टल में ये सब अलाउड नहीं है. ये मिथुन चक्रवर्ती थे. राकेश जैसे ही मुझे छोड़कर वहां से निकले...कहीं से एक हाथ आया और मुझे पैर से घसीटते हुए एक कमरे में ले जाया गया और जमीन पर पटक दिया गया. जवाब मिला - सीनियर से पूछते हो कि बीयर पीओगे...तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई?

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शक्ति ने कहा, मिथुन के साथ विजेंद्र घाटगे भी आ गए. कमरे में अंधेरा था और स्पॉट लाइट मुझ पर थी. उन्होंने मेरे बालों का मजाक उड़ाया...तेरी जुल्फ जो है रात का अंधेरा है...तू सर मुंडवा सवेरा हो जाएगा...उन्होंने कैंची ली और सवेरा कर दिया. मुझे बुरा लगा...और गलती का अहसास भी हुआ.

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'मैं 20 मिनट सर्दी की रात में स्विमिंग करता रहा...मैं दिल्ली जाने की भीख मांगने लगा...तब मिथुन मेरी मदद के लिए आए उन्होंने मुझे कमरे में बंद किया लेकिन इससे पहले समझाया कि सीनियर्स के साथ किस तरह बर्ताव किया जाता है. अगर वो ऐसा नहीं करते तो रातभर मेरी क्लास लगती.'

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