आज शाहरुख खान दुनिया के सबसे बड़े सुपरस्टार्स में गिने जाते हैं, लेकिन उनकी शुरुआत किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं रही. जब वो पहली बार दिल्ली से मुंबई आए थे. तो उनके पास न घर था, न कोई जान पहचान. और न ही फिल्मों में काम करने की ख्वाहिश. उस वक्त उन्हें सहारा दिया एक्टर और प्रोड्यूसर विवेक वासवानी ने. रेडियो नशा से बातचीत में विवेक ने शाहरुख के उन शुरुआती दिनों को याद किया और बताया कि गौरी की वजह से शाहरुख खान फिल्मों में काम नहीं करना चाहते थे.
दो दिन से भूखे थे शाहरुख, विवेक ने कराया डिनर
विवेक वासवानी ने बताया कि शाहरुख उनके घर पर रहते थे. लेकिन उन्हें वेज खाना पसंद नहीं था. इसलिए एक दिन दोनों नॉन वेज खाने बाहर गए. विवेक ने कहा, ‘पहले 20 मिनट तक वो कुछ बोले ही नहीं, बस खाते रहे. उन्होंने लगभग दो दिन से ठीक से कुछ नहीं खाया था.' खाना खत्म करने के बाद शाहरुख खान ने अचानक कहा कि उनकी मां की तबियत बहुत खराब है. ये सुनकर विवेक चौंक गए. फिर शाहरुख खान ने बताया कि उनकी मां को मल्टीपल ऑर्गन डिजीज है. उन्होंने अपनी बहन और गौरी के बारे में भी बात की. उस रात शाहरुख ने पहली बार खुलकर अपने दिल की बातें साझा कीं. जिसकी वजह से वक्त कब निकल गया, पता ही नहीं चला.
फिल्में नहीं करना चाहते थे शाहरुख खान
निर्माता विक्रम मल्होत्रा ने शाहरुख को फिल्म ऑफर की थी. लेकिन उन्होंने मना कर दिया. विवेक ने बताया कि शाहरुख साफ बोले कि गौरी को अच्छा नहीं लगेगा कि वो फिल्मों में हीरोइन्स को गले लगाएं. लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर था. उनकी मां की इच्छा थी कि वो फिल्मों में काम करें. इसलिए मां के गुजरने से पहले उन्होंने माया मेमसाब ने काम किया और फिर उनकी फिल्मों में सफर जारी रहा.