हाल ही में स्विट्जरलैंड में 77वें लोकार्नो फिल्म फेस्टिवल में बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान को शीर्ष सम्मान हासिल हुआ. इस मौके पर शाहरुख खान ने कहा कि एक दर्शक के तौर पर उनके लिए अन्य सभी फिल्म शैलियां रोमांटिक फिल्मों से अधिक महत्वपूर्ण हैं. वो किसी खाके में फिट होना नहीं चाहते. रोमांस के बादशाह के तौर पर जाने जाने वाले शाहरुख ने सिनेमा में अपने योगदान के लिए लोकार्नो फिल्म महोत्सव में पार्डो अला कैरियरा पुरस्कार जीता और एक्शन फिल्मों की शैली में अपने बदलाव के बारे में खुलकर बात की.
अभिनेता ने ‘वैरायटी' से कहा कि वह रोमांटिक हीरो कहे जाने वाले शब्द से हैरान हैं और ईमानदारी से कहूं तो उन्होंने कभी खुद को इस रूप में नहीं सोचा था. उन्होंने कहा, ''मैं (निर्देशक) आदित्य चोपड़ा के साथ बैठा था, जिन्होंने ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' से अपने करियर की शुरुआत की थी. आदित्य ने मुझसे कहा कि अगर हम गिनती करें तो आपने लगभग पांच या छह रोमांटिक फिल्में की हैं, जिन्हें क्लासिक रोमांटिक माना जाता है. मुझे लगता है कि मैं उनसे सहमत हूं, लेकिन ये भी सच्चाई है कि मुझे उसी तरह की श्रेणी में रखा जाता है".
शाहरुख ने आगे कहा कि उनका एक सपना है, और वह चाहते हैं कि उनके पास तस्वीरों वाला एक कमरा हो, जहां वह अपने काम को देखें. उस कमरे में हर उस शैली की तस्वीरें लगे, जिसे देखकर वह बड़े हुए हैं. उन्होंने आगे कहा, “मैं एक दर्शक के तौर पर किसी शैली तक सीमित नहीं हूं. मुझे एक्शन फिल्में देखना पसंद है. अजीब बात है कि मुझे रोमांटिक फिल्में सबसे कम पसंद हैं. मुझे साइंस-फिक्शन फिल्में, डायस्टोपियन वर्ल्ड फिल्में, ऑफ-बीट, ह्यूमन ड्रामा फिल्में पसंद हैं".
उन्होंने कहा, ''मुझे कोर्ट रूम ड्रामा पसंद हैं. मुझे थ्रिलर पसंद हैं. मुझे कभी-कभी हॉरर फिल्में भी पसंद हैं. मैंने ऐसा महसूस किया कि मैंने लंबे समय से कोई एक्शन फिल्म नहीं की है. मुझे टॉम क्रूज की फिल्में पसंद हैं. 'मिशन इम्पॉसिबल' वह फिल्म हैं, जहां आपको चिंता नहीं करनी पड़ती, आप अधिकतर संतुष्ट होकर वापस आते हैं".