सौतन नहीं, 'अर्थ' में स्मिता पाटिल को मिला था नौकरानी का रोल, शबाना आजमी को हुआ था ये बड़ा नुकसान

साल 1982 में रिलीज हुई महेश भट्ट निर्देशित फिल्म अर्थ में स्मिता पाटिल के सौतन के रोल से शबाना आजमी को ये बड़ा नुकसान हुआ था.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
'अर्थ' में स्मिता पाटिल को मिला था नौकरानी का रोल
नई दिल्ली:

बॉलीवुड में स्टार्स के बीच दुश्मनी आम है, जो दर्शकों को भी नजर आती है. कोई भी स्टार नहीं चाहता कि उसे फिल्म में दूसरे स्टार से कम आंका जाए. जब फिल्म में एक से ज्यादा स्टार होते हैं, तो हर एक्टर चाहता है कि फिल्म में उसकी फुटेज कम ना हो. ऐसा ही कुछ हुआ था साल 1982 में रिलीज हुई फिल्म अर्थ में, जिसे आलिया भट्ट के पिता महेश भट्ट ने डायरेक्ट किया था. इस फिल्म में स्मिता पाटिल और शबाना आजमी ने अहम रोल अदा किया था. 80 के दशक में शबाना और स्मिता का करियर पीक पर था और अर्थ हिट होने के बाद उनकी सफलता में और भी चार चांद लग गए थे. अर्थ में स्मिता और शबाना को आमने-सामने दिखाया गया है. स्मिता ने फिल्म में शबाना की सौतन का रोल प्ले किया था, लेकिन क्या आपको मालूम है स्मिता को पहले नौकरानी का मिला था?

43 साल बाद शबाना ने किया खुलासा
जी हां, स्मिता को अर्थ में पहले नौकरानी के रोल के लिए चुना गया था, लेकिन बाद में स्मिता को सौतन कविता का रोल दे दिया गया और नौकरानी का रोल का रोहिणी हट्टंगडी ने प्ले किया. कविता जिसका पूजा (शबाना आजमी) के पति से मैरिटल अफेयर था. इसका खुलासा खुद शबाना आजमी ने 43 साल बाद अपने एक इंटरव्यू में किया है. वहीं, स्मिता के फिल्म में आने से शबाना का फुटेज कम हुआ, इस बात को भी खुद एक्ट्रेस ने कहा है.

स्मिता पाटिल पर टिका रहा कैमरा

शबाना आजमी ने आगे बताया, 'यह बहुत दिलचस्प है, विजय तेंदुलकर ने कहा कि फिल्म अर्थ की यही बात गलत है, क्योंकि इसकी कहानी पूजा पर टिकी है, चूकीं यह एक पत्नी की कहानी है तो इसमें दूसरी औरत (सौतन) का होना भी बहुत जरूरी है, स्मिता ने इस रोल को प्ले किया और उन्हें ज्यादा फुटेज दी गई थी और इस फिल्म के साथ ऐसा ही हुआ'. गौरतलब है कि अर्थ में पत्नी पूजा का रोल प्ले करने के लिए शबाना आजमी को बेस्ट एक्ट्रेस के लिए नेशनल फिल्म अवार्ड से नवाजा गया था. फिल्म अर्थ को आईएमडीबी ने 7.8 रेटिंग दी है.


 

Featured Video Of The Day
Bihar Elections 2025: Prashant Kishor और Tej Pratap चुनावी रण से भागे? राघोपुर VS महुआ ड्रामा!