असल जिंदगी में एक सामान्य शख्स. जिसका दिल बहुत मजबूत नहीं है लेकिन वह बहादुर दिखने की कोशिश करता है. वह पुलिस में भर्ती होता है. लेकिन उसका पहला ही केस जाने-माने और खड़ूस अफसर के साथ होता है. उन्हें पता लगाना है एक सीरियल किलर का. एक ऐसा सीरियल किलर जो बहुत ही बेरहमी से लड़कियों का कत्ल करता है. हालांकि शुरू में जो केस सिर्फ हत्याओं का लग रहा था, जब उसकी गुत्थी सुलझने लगती है तो कई चौंकाने वाली चीजें सामने आती हैं. जी हां, कुछ यही कहानी है सोनीलिव पर रिलीज हुई तमिल फिल्म 'पोर तोझिल' की. फिल्म को इस ओटीटी प्लेटफॉर्म पर हिंदी में भी देखा जा सकता है.
'पोर तोझिल' को विग्नेश राजा ने डायरेक्ट किया है. फिल्म में लीड रोल में अशोक सेल्वन, सुनील सुखदा, निखिला विमल और आर. शरतकुमार है. फिल्म को बहुत ही शानदार ढंग से बनाया गया है और सीरियल किलर से जुड़ी फिल्म में जिस तरह की इंटेंसिटी होनी चाहिए, वह पोर तोझिल में साफ नजर आती है. फिल्म बांधकर रखती है और लंबे समय बाद इस तरह की इंटेंस सीरियल किलर इंडियन मूवी ने ओटीटी पर दस्तक दी है.
'पोर तोझिल' को लेकर खास बात यह है कि आखिर तक सीरियल किलर को लेकर सुराग नहीं मिलता है और फिल्म में दर्शक खोजता रहता है कि आखिर कौन है जो कत्ल कर रहा है. फिल्म की कहानी विग्नेश राजा और अल्फ्रेड प्रकाश ने लिखी है. इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर लगभग 50 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया था और सफल फिल्म रही थी.