अगर आपको सस्पेंस, हॉरर और थ्रिल से भरी फिल्में पसंद हैं, तो ‘स्क्रीम' सीरीज आपके लिए परफेक्ट पैकेज है. 1996 में शुरू हुई इस फ्रेंचाइजी ने हॉरर फिल्मों की परिभाषा ही बदल दी थी. हर पार्ट में रहस्य, ट्विस्ट और खौफ का नया लेवल देखने को मिलता है. घोस्ट फेस नाम का मास्क पहने कातिल कौन है. ये जानने की ख्वाहिश दर्शकों को आखिरी सीन तक बांधे रखती है. खास बात ये है कि स्क्रीम की सभी फिल्में इतनी रोमांचक हैं कि अगर आप चाहें, तो एक ही दिन में इसकी सारी फिल्में देखकर पूरा थ्रिल मैराथन एंजॉय कर सकते हैं.
कहानी की शुरुआत: स्क्रीम (1996) से शुरू हुआ डर का खेल
पहली फिल्म स्क्रीम 1996 में आई थी. जिसमें छोटे से शहर में एक नकाबपोश कातिल लोगों की हत्या करता है. हर बार वो फोन पर अपने शिकार से बात करता है और फिर वार करता है. इस फिल्म ने न सिर्फ दर्शकों को डराया, बल्कि हॉरर जॉनर में एक नया ट्रेंड शुरू किया. इसके बाद स्क्रीम 2 (1997) और स्क्रीम 3 (2000) भी आईं. जिनमें कहानी उसी रहस्य को आगे बढ़ाती है. वो रहस्य है कि कौन है असली घोस्ट फेस? हर फिल्म में कुछ नए किरदार आते हैं. पर सस्पेंस हमेशा बरकरार रहता है.
नए दौर का थ्रिल: स्क्रीम 4 से लेकर स्क्रीम 6 तक
2011 में स्क्रीम 4 ने इस सीरीज के जरिए घोस्ट फेस के डर को फिर से जिंदा किया. इसमें पुराने किरदारों के साथ नए चेहरे भी जुड़े और सोशल मीडिया के दौर का डर दिखाया गया. फिर स्क्रीम 5 (2022) और स्क्रीम 6 (2023) ने फ्रेंचाइजी को नई पीढ़ी से जोड़ दिया. दोनों फिल्मों में एक बार फिर वही क्लासिक सवाल सामने आता है कि मास्क के पीछे कौन है?
अगर आप चाहें तो एक दिन में इन सभी फिल्मों को देखकर अपने वीकेंड को थ्रिल से भर सकते हैं. बस ध्यान रहे कि बीच में कोई फिल्म अधूरी मत छोड़िए, वरना सस्पेंस आपका चैन छीन लेगा.