हिंदी सिनेमा के इतिहास में अगर किसी एक्टर को 'एक्टिंग का स्कूल' कहा जाए तो वो हैं संजीव कुमार. उन्होंने अपनी सादगी, गंभीरता और कमाल की अदाकारी से हर किरदार को जिंदा कर दिया. साल 1974 में आई फिल्म 'नया दिन नई रात' में उन्होंने एक नहीं, बल्कि 9 अलग-अलग भूमिकाएं निभाकर ऐसा करिश्मा दिखाया, जो आज तक कोई नहीं दोहरा सका. हैरानी की बात यह है कि यह फिल्म पहले दिलीप कुमार को ऑफर हुई थी, लेकिन उन्होंने खुद कहा कि यह रोल संजीव कुमार को दिया जाए, और यही फिल्म उनकी जिंदगी का टर्निंग पॉइंट बन गई.
गुजरात में हुआ था संजीव कुमार का जन्म
संजीव कुमार का असली नाम हरीभाई जरीवाला था. उनका जन्म 9 जुलाई 1938 को सूरत (गुजरात) में हुआ था. थिएटर से अपने करियर की शुरुआत करने वाले संजीव कुमार ने जल्द ही फिल्मों की ओर रुख किया. उन्होंने आंधी, कोशिश, खिलौना, शोले और त्रिशूल जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में अपने अभिनय का जादू दिखाया. कोशिश और आंधी जैसी फिल्मों में उन्होंने भावनाओं की गहराई को इतनी सहजता से दिखाया कि दर्शक आज भी उन्हें याद करते हैं.
हेमा मालिनी से अफेयर की चर्चा
संजीव कुमार ने शादी नहीं की, लेकिन उनके और हेमा मालिनी के अफेयर की चर्चाएं खूब हुईं. उन्होंने कहा था, "अगर हेमा मेरी होतीं तो जिंदगी अलग होती". 6 नवंबर 1985 को हार्ट अटैक से उनका निधन हो गया. महज 47 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया. संजीव कुमार आज भले ही हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके निभाए किरदार, खासकर ‘नया दिन नई रात' के 9 चेहरे, हमेशा भारतीय सिनेमा की यादों में जिंदा रहेंगे.