'केजीएफ 2' इन दिनों चर्चा में है और साथ ही संजय दत्त का किरदार आधीरा भी, क्योंकि इस फिल्म के प्रोडक्शन के वक्त भारत में कोविड बुरी तरह फैला था और उसी समय एक्टर संजय दत्त को भी अपने कैंसर की बीमारी की भी जानकरी मिली थी. हालांकि, यह भी सच है कि कैंसर से ठीक होने के बाद संजय ने सबसे पहले 'केजीएफ 2' के लिए अपनी शूटिंग को शुरू किया था और वह भी उसके क्लाइमेक्स सीन के साथ. ऐसे में यह करना कितना मुश्किल भरा था, इस बात पर संजय ने खुद रोशनी डाली है. संजय दत्त ने फिल्म के मुश्किल से मुश्किल सीन को खुद किया है.
संजय दत्त कहते हैं, 'हां, ये मेरे लिए ही नहीं बल्कि मेरे परिवार के लिए भी चुनौतीपूर्ण था. मेरा तब भी इलाज चल रहा था, कीमो के सेशंस चल रहे थे, और जब मैंने क्लाइमेक्स के लिए शूटिंग शुरू की तब मैं पूरी तरह से उससे मुक्त नहीं हुआ था. लेकिन कभी-कभी आपको वही करना पड़ता है जो आपको करना होता है. और करना तब आसान हो जाता है जब आपके जीवन में रॉक-सॉलिड सपोर्ट सिस्टम हो. मेरे परिवार की ताकत और मेरे जुनून की जिम्मेदारी ने मुझे एक्टिंग में वापस लाने के लिए मानसिक रूप से साहसी और स्फूर्तिवान बनाए रखा. मेरी परवरिश कभी ना हार मानने वाले मोटो के साथ हुई है. भगवान दयालु रहे हैं, आज मैं कैंसर मुक्त हूं और अपने रूटीन लाइफ में वापस आ गया हूं.'
बता दें कि फिल्म की शूटिंग के दौरान संजय की सेहत का ध्यान रखते हुए फिल्म के मेकर्स और निर्माताओं ने संजय दत्त को बॉडी डबल की मदद लेने का सुझाव दिया था, लेकिन उन्होंने बिना बॉडी डबल के पूरे सीन को खुद ही शूट किया. संजय दत्त का कहना हैं, 'उन्होंने सुझाव दिया कि हम इसे हरे रंग की स्क्रीन के साथ शूट करें. लेकिन एक अभिनेता के रूप में, इस फिल्म की सही शूटिंग मेरे लिए महत्वपूर्ण थी.' कीमोथेरेपी के बाद इतनी कठिनाइयों का सामना करने के बाद, जहां शरीर इतना कमजोर हो जाता है. वहीं संजय दत्त ने शेप में वापस आकर पूरे सीन को शूट किया. अभिनेता ने कहा 'मैं आ रहा हूं अपनी KGF लेने', ऐसे में हम भी इस फिल्म को लेकर बहुत उत्साहित हैं.
रणबीर और आलिया की मेहंदी के लिए पहुंचे रहे हैं मेहमान