16 जनवरी को एक्टर सैफ अली खान के घर में घुसे एक हमलावर ने उनपर चाकू से अटैक किया, जिसके बाद उन्हें लीलावती अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. हालांकि अब वह अस्पताल से डिस्चार्ज हो गए हैं. इस दौरान कहा गया कि एक्टर को अस्पताल उनके बड़े बेटे इब्राहिम अली खान ले गए थे. जबकि कुछ ने कहा कि तैमूर अली खान अपने पापा के साथ अस्पताल पहुंचे थे. इसी मामले में अब सैफ अली खान का बयान सामने आया है, जो कि उन्होंने पुलिस को दिया है. जबकि अस्पताल में एडमिट करवाने का एक फॉर्म भी सामने आया है.
सैफ अली खान ने अटैक के बाद बयान में कही ये बात
पुलिस सूत्रों के अनुसार सैफ अली खान खान ने अपने बयान में कहा है कि वह और उनकी पत्नी, करीना कपूर खान, 11वीं मंजिल पर अपने बेडरूम में थे, जब उन्होंने नैनी एलियामा फिलिप की चीखें सुनीं, जो उनके छोटे बेटे जहांगीर (जेह) की देखभाल करती हैं आवज सुनते ही सैफ और करीना जेह के कमरे में भागे, जहां उन्हें अज्ञात हमलावर दिखा,वारदात के समय सैफ का छोटा बेटा रो रहा था और जब एक्टर ने उस व्यक्ति को रोकने की कोशिश की तो अफरा-तफरी मच गई. संघर्ष के दौरान, घुसपैठिए ने खान की पीठ, गर्दन और हाथों पर कई बार चाकू से वार किया.
बयान में यह भी बताया गया कि, घायल होने के बावजूद सैफ अली खान ने घुसपैठिए को धक्का देकर दूर धकेल दिया, जबकि घर के कर्मचारी जेह को लेकर भाग गए. उन्होंने तुरंत कार्रवाई करते हुए हमलावर को कमरे में बंद कर दिया.
इससे पहले लीलावती अस्पताल में एडमिट करवाते समय भरे गए फॉर्म को ट्रेड एनालिस्ट मनोबाला विजय बालन ने शेयर किया है, जिसमें साफ लिखा गया है कि एक्टर को अस्पताल उनके दोस्त अफसर जैदी लाए थे.
इससे पहले करीना कपूर ने अपने बयान में उन्होंने बताया था कि जिस वक्त हमलावर के साथ सैफ की हाथापाई हो रही थी, उस वक्त वह अपने छोटे बेटे जहांगीर की जान बचाने के लिए बहन करिश्मा कपूर के घर भाग गई थीं. एक्ट्रेस ने यह भी बताया था कि उन्हें ऐसा लग रहा था कि आरोपी जहांगीर पर हमला कर सकता है.
गौरतलब है कि सैफ पर हमले को लेकर एक आरोपी पांच दिनों की पुलिस रिमांड पर है. वहीं कहा जा रहा है कि वह बांग्लादेशी नागरिक है, जिसके चलते पुलिस के हाथ कुछ सबूत लगे हैं.