सैफ अली खान और सुनील शेट्टी की 90s की हीरोइन बनी थीं रातोंरात सुपरस्टार, एक हादसे से लगा करियर पर ब्रेक, अब..

Saif Ali Khan and Suniel Shetty 90s heroine Now: एक्टिंग से सिंगिंग तक, हर फॉर्म में हिट सैफ अली खान और सुनील शेट्टी की इस 90 के दशक की हीरोइन रागेश्वरी लूंबा के करियर पर एक हादसे से ‘ब्रेक’ लग गया. 

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रागेश्वरी लूंबा 90 के दशक का थीं जाना पहचाना नाम
नई दिल्ली:

रागेश्वरी लूंबा 90 के दशक की ऐसी कलाकार रहीं, जो एक्टिंग के साथ-साथ गायकी में भी बराबर का दखल रखती थीं. देखने में सुंदर, चुलबुली सी ये अदाकारा सैफ अली खान और सुनील शेट्टी जैसे स्टार्स के साथ पर्दे पर दिखीं और कई दिलों की धड़कन बन गईं. मुंबई में 25 जुलाई 1977 को जन्मीं ‘राग्ज' बचपन से ही शोबिज और ग्लैमर की दुनिया की ओर आकर्षित थीं. छोटी उम्र में मॉडलिंग शुरू करने वाली रागेश्वरी को 22 साल की उम्र में अपने पहले पॉप एल्बम ‘दुल्हनिया' से रातोंरात स्टारडम मिला. इस एल्बम में उनकी गायकी के साथ-साथ अभिनय ने भी दर्शकों को दीवाना बना दिया.

इसके बाद रागेश्वरी ने साल 1997 में अपने एल्बम ‘वाई 2के साल दो हजार' से पॉप म्यूजिक में धमाल मचाया, जो हिट रहा. इसके बाद ‘दुनिया' और ‘सात समुंदर पार' जैसे एल्बम ने उनकी लोकप्रियता को और भी बढ़ाने का काम किया. उनकी मधुर आवाज और अनोखा अंदाज युवाओं के बीच खूब पसंद किया गया. गायकी के साथ-साथ रागेश्वरी ने बॉलीवुड में भी कदम रखा.

रागेश्वरी ने ‘आंखें' में सुनील शेट्टी के साथ तो सैफ अली खान के साथ ‘मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी' जैसी फिल्मों में अभिनय किया. उनकी खूबसूरती और अभिनय ने उन्हें उस दौर की चर्चित अभिनेत्रियों में शामिल किया. टेलीविजन पर भी रागेश्वरी ने अपनी छाप छोड़ी. ‘बिग बॉस 5', ‘झलक दिखला जा', और ‘नच बलिए 3' जैसे शो में भी अपनी मौजूदगी दिखाई.

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रागेश्वरी का करियर ठीक-ठाक चल रहा था, लेकिन साल 1999 में उनकी जिंदगी में एक दुखद मोड़ आया, जब उन्हें 'बेल्स पाल्सी' नामक बीमारी का सामना करना पड़ा. इस बीमारी ने उनके चेहरे की नसों को प्रभावित किया, लेकिन रागेश्वरी ने हार नहीं मानी. उन्होंने न केवल इस बीमारी से उबरकर पूरी तरह ठीक होने का जज्बा दिखाया, बल्कि अपने अनुभव का इस्तेमाल बेल्स पाल्सी के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए भी किया. इस हादसे ने उनके करियर पर ब्रेक लगा दिया.

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रागेश्वरी लूंबा ने एक इवेंट में इस बात का जिक्र करते हुए बताया था कि साल 2000 में उन्हें चेहरे के पक्षाघात (बेल्स पाल्सी) का सामना करना पड़ा, जिसने उनका जीवन पूरी तरह से बदल दिया. इस मुश्किल दौर में उन्होंने योग को अपनाया, जिससे न केवल उनके शरीर, बल्कि मन और आत्मा को भी नई दिशा मिली.

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रागेश्वरी ने बताया था, " 2000 में हुए इस घटना के बाद उनकी जिंदगी से आत्मविश्वास नाम की चीज जा चुकी थी. ऐसे में उनके योग गुरुओं ने उन्हें योग के असल मायने समझाए. बताया कि ये केवल शारीरिक व्यायाम नहीं, बल्कि अपने भीतर झांकने और आंतरिक स्व को जगाने का माध्यम है, जिससे जीवन के प्रति एक नया नजरिया मिला और उन्हें उबरने में काफी मदद मिली."

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साल 2012 में रागेश्वरी ने सुधांशु स्वरुप से शादी की, जो पेशे से एक वकील हैं और लंदन में रहते हैं. रागेश्वरी केवल एक कलाकार ही नहीं, बल्कि एक प्रेरक वक्ता भी हैं. वह खुद को बेहतर करने के तरीके बताती हैं, महिला सशक्तिकरण और मानसिक स्वास्थ्य जैसे विषयों पर अक्सर अपने विचार रखती नजर आती हैं. उनकी प्रेरक बातें और सकारात्मक नजरिए ने लोगों को जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी है.

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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