बॉलीवुड में कपूर खानदान को कौन नहीं जानता. बता दें, इस परिवार का हर सदस्य फिल्म इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान रखता है. हम सभी रणबीर कपूर, उनके पिता ऋषि कपूर, उनके परदादा पृथ्वीराज कपूर के बारे में कई चीजें जानते हैं, लेकिन आज हम आपको ऋषि कपूर के परदादा बाशेश्वरनाथ कपूर के बारे में कुछ ऐसा बताने जा रहे हैं, जिसपर शायद आप यकीन न कर पाएं. दरअसल ऋषि कपूर की ऑटोबायोग्राफी "खुल्लम खुल्ला" में उनके परदादा बाशेश्वरनाथ कपूर के कई किस्से बताए गए हैं.
उन्होंने अपनी ऑटोबायोग्राफी में लिखा, कि उनके परदादा बाशेश्वरनाथ एक तहसीलदार थे और उस समय दीवान साहब के नाम से जाने जाते थे. जब वह 36 साल के थे, तो उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया था, जिसकी वजह थी प्यार. दरअसल वह एक लड़की के प्यार में पागल थे और उस लड़की से मिलने के लिए कुछ ऐसा किया, जो आज के आशिक करने की सोच भी नहीं सकते.
प्रेमिका ने मिलने के लिए अनोखा जुगाड़
ऑटोबायोग्राफी में लिखा है, कि मेरे परदादा लड़की से बेहद प्रेम करते थे और उससे मिलने के लिए नई- नई तरकीब खोज रहे थे. वहीं एक दिन उन्होंने प्रेमिका से मिलने के लिए सुरंग बनानी शुरू कर दी. वहीं सुरंग बनाने के दौरान ही वह पकड़े गए. जिस कारण उन्हें नौकरी से निकाल दिया गया था.
जो लोग नहीं जानते उन्हें बता दें, कहा जाता है कि ऋषि कपूर के खानदान की जड़ बाशेश्वरनाथ कपूर से शुरू होती है. फैमिली ट्री में सबसे ऊपर उन्हीं का नाम आता है. बाशेश्वरनाथ कपूर के बेटे का नाम पृथ्वीराज कपूर था, जिन्हें प्रसिद्ध अभिनेता और रंगमंच कलाकार के रूप में आज भी याद किया जाता है.
ऋषि कपूर ने अपने कई इंटरव्यू में बताया है कि बंटवारे से पहले उनकी एक हवेली भी थी, जिसे पृथ्वीराज कपूर के पिता और ऋषि कपूर के परदादा बशेश्वरनाथ कपूर ने साल 1918-1922 के बीच बनवाई थी. हालांकि ये हवेली अब पाकिस्तान में है.