सनी देओल की फिल्म गदर 2 ब्लॉकबस्टर रही. अनिल शर्मा के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म ने भारत में 400 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई की है और यह पठान और बाहुबली 2 (हिंदी) के बाद भारत में तीसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली हिंदी फिल्म है. यह फिल्म 22 साल पहले 2001 में आई ब्लॉकबस्टर 'गदर: एक प्रेम कथा' का सीधा सीक्वल है. फिल्म को प्यार तो खूब मिला लेकिन आलोचना भी सुनने को मिली. कुछ दर्शकों ने इसे 'पाकिस्तान-विरोधी' कहा. बीबीसी एशियन नेटवर्क को दिए अपने लेटेस्ट इंटरव्यू में जब सनी देओल से इस बारे में पूछा गया तो एक्टर ने कहा, "यह बातें राजनीति में शामिल लोग फैला रहे हैं. ये असल लोग नहीं हैं. हर जगह इंसानियत है चाहे यहां हो या वहां.सब एक साथ हैं. आप पूरी फिल्म में देखेंगे कि मैंने कभी किसी को नीचा नहीं दिखाया क्योंकि मैं लोगों को या किसी भी विचार को कुचलने में विश्वास नहीं करता और तारा सिंह उस तरह का आदमी नहीं है."
जब सनी देओल से पूछा गया कि फिल्म "एक बहुत ही राजनीतिक रूप से तनावपूर्ण माहौल में रिलीज हो रही है जहां लोगों की धार्मिक पहचान सवालों के घेरे में है" तो उन्होंने जवाब दिया, "हम सभी शांति चाहते हैं, आप जानते हैं और कोई भी नहीं चाहता कि माहौल खराब हो. लेकिन अब समय आ गया है कि राजनीति दुनिया को वोटों के नजरिए से ऊपर उठकर देखना शुरू करे.
सनी से आगे कहा गया कि वह भी उसी राजनीति का हिस्सा हैं क्योंकि वह गुरदासपुर लोकसभा क्षेत्र से भाजपा सांसद हैं. इस पर उन्होंने कहा, "मैं इसका हिस्सा हूं लेकिन हर किसी का अपना पॉइंट ऑफ व्यू है. नेशनल अवॉर्ड विनर सनी देओल से जब गदर 2 में वायलेंस के सीन के दौरान इस्तेमाल की गई धार्मिक चीजों के बारे में पूछा गया. इस पर उन्होंने फिल्म को "इतना सीरियसली" ना लेने के लिए कहा. सनी ने जवाब दिया, "देखिए मैं अब कहूंगा कि इस फिल्म को इतना सीरियसली न लें. और अगर आप साफ-साफ पूछ रहे हैं तो डिजिटल प्लेटफॉर्म पर बहुत सारी बकवास हो रही है. बहुत सारे समाचार चैनल हैं जहां वे ऐसी बातें करते हैं बहुत सारी बकवास है जो हर चीज को प्रभावित कर रही है...लेकिन सिनेमा मनोरंजन के लिए आता है.