बांग्लादेश के राजनीतिक हालात इस समय दुनिया भर में सुर्खियों में छाए हुए हैं. तख्तापलट के बाद प्रधानमंत्री रहीं शेख हसीना को देश छोड़ कर भागना पड़ा. बांग्लादेश के इन हालातों के बीच आज बात उस एक्टर की जिसे भारत से अधिक प्यार बांग्लादेश में मिला. इन्हें बांग्लादेश की जनता ने इतना प्यार दिया कि ये वहां के अमिताभ बच्चन कहे जाने लगे. जी हां, तस्वीर में नजर आ रहा ये छोटा सा बच्चा वही स्टार हैं. नाम है चंकी पांडे.
चंकी पांडे के माता-पिता दोनों ही डॉक्टर थे. चंकी का असली नाम सुयश पांडे था, लेकिन स्क्रीन पर उन्होंने अपना नाम बदल लिया था. चंकी पांडे ने फिल्म आग ही आग जैसी मल्टीस्टारर फिल्म के लिए साथ बॉलीवुड में डेब्यू किया था. उसके बाद फिल्म आंखें जैसी सफल फिल्म उनकी झोली में आई. लेकिन इन चंद सफल फिल्मों के बाद चंकी का बॉलीवुड में सिक्का जम नहीं सका. लतागार फ्लॉप फिल्मों के बाद चंकी ने बांग्लादेशी फिल्मों का रुख किया.
बांग्लादेशी फिल्मों ने बनाया स्टार
चंकी ने 1995 में बांग्लादेशी फिल्मों में डेब्यू किया. इसके बाद वहां एक के बाद एक कई सफल फिल्में दी. 2003 तक चंकी वहां की फिल्मों में छाए रहे. वहां उन्हें इतना प्यार मिला कि लोग उन्हें बांग्लादेश का अमिताभ बच्चन कहने लगे. ‘स्वामी केनो आसामी' और ‘बेश कोरेची प्रेम कोरेची' जैसे कई सफल बांग्लादेशी फिल्मों ने उन्हें बांग्लादेशी सिनेमा का सुपरस्टार बना दिया गया. भाषा न आने के बावजूद भी चंकी ने अपनी मेहनत से सफलता हासिल की. हालांकि 2003 के बाद वह बॉलीवुड में लौट आए. कई लो बजट फिल्में करने के बाद उन्होंने डॉन, हाउसफुल और अपना सपना मनी मनी जैसी बड़ी फिल्में की.