ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर आमिर खान के बेटे जुनैद ख़ान की डेब्यू फ़िल्म ‘ महाराज ‘ की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. हाल ही में जहां फिल्म के खिलाफ पुलिस में याचिका दर्ज कराई गई तो वहीं वडोदरा के लोगों ने इसका विरोध किया है और रैली निकाली. दरअसल, लोगों का मानना है की फिल्म में भगवान श्रीकृष्ण के भक्तों और वल्लभाचार्य पंत के लोगों को ठेस पहुंचेगी. इस फ़िल्म का भारत समेत कई देशों में वैष्णवों द्वारा विरोध किया जा रहा है.
ओटीटी प्लेटफार्म को सरकार के नियंत्रण में लाने की मांग करते हुए लोगों ने वडोदरा के जिला कलेक्टर को एक याचिका भेजकर फ़िल्म महाराज पर प्रतिबंध लगाने का सुझाव दिया है .' महाराज ‘ 14 जून को रिलीज़ होनी थी पर सोशल मीडिया पर बॉयकॉट की मांग के बाद मामला कोर्ट में चला गया. इसके बाद 18 जून को मामले पर सुनवाई हुई जो की 19 जून को भी जारी रहेगी .
जो लोग नहीं जानते उन्हें बता दें कि जुनैद खान और एक्टर जयदीप अहलवात की फिल्म 'महाराज' की कहानी 1862 के मानहानि मामले की कहानी पर आधारित है. भारतीय कानून के इतिहास में इस केस का गहरा प्रभाव है. इस फिल्म में जुनैद रिपोर्टर और समाज सुधारक रहे करसनदास मुलजी का किरदार निभा रहे हैं, जिन्होंने महिलाओं के अधिकार और समाजिक सुधार के लिए आवाज उठाई थी. इससे पहले फिल्म का जब पोस्टर आया तो वह भी विवाद का कारण बन गया. दरअसल, पोस्टर में जुनैद के माथे पर कोई टीका लगा दिखाई नहीं दे रहा था, जिसके बाद लोगों का दावा है कि करसनदास मुलजी अपने माथे पर तिलक लगाए रहते थे.