मलयालम सिनेमा में हेमा समिति की रिपोर्ट आने के बाद उथल पुथल मची हुई है, जिस पर कई सेलेब्स रिएक्शन दे चुके हैं. जबकि कुछ स्टार्स ने चुप्पी साधे हुई है. इसी बीच सुपरस्टार रजनीकांत ने रविवार को कहा कि उन्हें न्यायमूर्ति हेमा समिति और तमिलनाडु में भी इसी तरह की एक समिति गठित करने की मांग के बारे में कोई जानकारी नहीं है. रिपोर्टर्स सुपरस्टार से पड़ोसी राज्य केरल की न्यायमूर्ति हेमा समिति तथा कई लोगों द्वारा तमिलनाडु में भी ऐसी ही समिति गठित करने की मांग के बारे में पूछा, तो उन्होंने कहा, ‘‘ क्या? मुझे इसकी जानकारी नहीं है, क्षमा करें. ''
न्यायमूर्ति हेमा समिति की रिपोर्ट में किए गए खुलासों के बाद विभिन्न निर्देशकों और अभिनेताओं पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं. तब से मलयालम फिल्म जगत की कई हस्तियों के खिलाफ प्राथमिकियां दर्ज की गई हैं. वर्ष 2017 में एक अभिनेत्री पर हमले के बाद केरल सरकार द्वारा गठित न्यायमूर्ति हेमा समिति की रिपोर्ट में मलयालम फिल्म उद्योग में महिलाओं के उत्पीड़न एवं शोषण के मामलों का खुलासा किया गया है.
इसके अलावा मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के एक अन्य सुपरस्टार मोहनलाल द्वारा शनिवार को हेमा समिति की रिपोर्ट के संबंध में मीडिया से बात करने के बाद ममूटी ने अपनी चुप्पी तोड़ी. सुपरस्टार ने कहा, ''समाज में होने वाली सभी अच्छी और बुरी चीजें सिनेमा में भी दिखाई देंगी क्योंकि इसमें काम करने वाले लोग समाज का एक हिस्सा ही होते हैं. लेकिन फिल्म उद्योग हमेशा जनता की निगाहों में रहता है, इसलिए महत्वपूर्ण और महत्वहीन घटनाएं चर्चा का विषय बन जाती हैं. सरकार ने इंडस्ट्री की स्टडी और रिपोर्ट बनाने के लिए हेमा समिति का गठन किया, यह एक घटना के बाद हुआ जो कभी नहीं होनी चाहिए थी."
आगे ममूटी ने कहा, "अब समय आ गया है कि फिल्म उद्योग के सभी संघ मिलकर उन्हें लागू करें." उन्होंने कहा कि हाल ही में लगाए गए आरोपों पर पुलिस जांच प्रभावी ढंग से आगे बढ़ रही है और उम्मीद है कि पुलिस ईमानदारी से इसकी जांच करेगी. उन्होंने कहा, "अदालत को सजा तय करने दें."