रवींद्र जैन के इस भजन से राज कपूर को आया 'राम तेरी गंगा मैली' बनाने का आइडिया, 25000 रुपये देकर बोले...

राज कपूर को "राम तेरी गंगा मैली" कल्ट क्लासिक फिल्म कही जाती है. इस फिल्म को 40 साल पूरे हो चुके हैं. राज कपूर के डायरेक्शन में बनीं फिल्म राम तेरी गंगा मैली उनके करियर की सुपरहिट फिल्मों में से एक है.

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40 Years of Ram Teri Ganga Maili: राज कपूर को भजन से आया राम तेरी गंगा मैली बनाने का आइडिया
नई दिल्ली:

40 Years of Ram Teri Ganga Maili: राज कपूर को "राम तेरी गंगा मैली" कल्ट क्लासिक फिल्म कही जाती है. इस फिल्म को 40 साल पूरे हो चुके हैं. राज कपूर के डायरेक्शन में बनीं फिल्म राम तेरी गंगा मैली उनके करियर की सुपरहिट फिल्मों में से एक है. इस फिल्म में राज कपूर के बेटे राजीव कपूर और मंदाकिनी लीड रोल में नजर आए थे.इस फिल्म ने रिलीज होते ही बवाल मचा दिया था और बॉक्स ऑफिस पर जमकर कमाई की थी.  इस फिल्म में जाने माने अभिनेता रजा मुराद ने विलेन का रोल प्ले किया था. सालों बाद रजा मुराद ने इस फिल्म की मेकिंग के बारे में कई खुलासे किए. 

रजा मुराद ने कहा कि इस फिल्म को लेकर कई खूबसूरत यादें हैं. उन्होंने बताया कि यह फिल्म बनाने का आइडिया राज कपूर को मशहूर सिंगर रवींद्र जैन द्वारा गाया गया एक भजन से आया. राज कपूर ने किसी महफिल में सिंगर का गाना ''एक राधा एक मीरा दोनों ने श्याम को चाहा...''सुना. सुनकर राज मंत्रमुग्ध हो गए और अपने बड़े बेटे रणधीर को कहा, जाकर गायक को 25 हजार रुपए दे दीजिए. आज से ये गाना मेरा हुआ. 

इसी गाने को जहन में रखकर उन्होंने पूरी कहानी बनाई. फिल्म का अच्छा कॉन्सेप्ट यह था कि गंगोत्री से लेकर कलकत्ता तक नदी का सफर भी है और हीरोइन का सफर भी है. इसे बड़ी खूबसूरती से उन्होंने दर्शाया.  कहा जाता है कि "जिस देश में गंगा बहती है" के एक खास सीन ने इस फिल्म के विचार को जन्म दिया. राज कपूर स्वयं अक्सर फ़िल्म की अवधारणा के बारे में बात करते थे. राज कपूर की फ़िल्में पवित्रता, प्रेम और सामाजिक मुद्दों पर आधारित होती थीं. इन विषयों को कैसे चित्रित किया जाए, इस बारे में उनकी एक मज़बूत दृष्टि थी.  रजा मुराद ने कहा कि मां गंगा को लेकर राज कपूर के मन में बेहद श्रद्धा भावना थी. उन्होंने अपनी कई फिल्मों में मां गंगा को दिखाया. 

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