पंजाब में आई भीषण बाढ़ के चलते जहां कई परिवार बेघर हो गए हैं और बुनियादी जरूरी सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं, वहीं अभिनेता और समाजसेवी सोनू सूद एक बार फिर जरूरत के समय लोगों को मदद करने के लिए आगे आए हैं. जरूरी सामान भेजने से लेकर राहत और बचाव के लिए नावों का इंतजाम करने तक, उनका समर्पण उनकी करुणा और पंजाब के प्रति उनके गहरे जुड़ाव को दिखाता है.
अपने भावुक संदेश में सोनू सूद ने सभी को याद दिलाया कि इस संकट की घड़ी में कोई अकेला नहीं है: "इस विनाशकारी बाढ़ से प्रभावित कोई भी व्यक्ति अकेला नहीं है. हम सब मिलकर हर एक व्यक्ति को फिर से अपने पैरों पर खड़ा होने में मदद करेंगे." पंजाब को अपनी आत्मा बताते हुए, सोनू ने संकल्प लिया कि चाहे कितनी भी कोशिश करनी पड़े, वह तब तक पीछे नहीं हटेंगे जब तक हर प्रभावित परिवार को उनकी जरूरत की मदद नहीं मिल जाती. "अगर आपको किसी भी तरह की मदद की जरूरत है तो बेहिचक मैसेज करें — हम आपकी हर संभव मदद करने की पूरी कोशिश करेंगे. हम पंजाबी हैं - और हम कभी हार नहीं मानते."
पंजाब बाढ़ के दौरान सोनू सूद के ये कदम कोई अपवाद नहीं है, बल्कि उनकी परोपकारी यात्रा का एक और अध्याय हैं. महामारी के दौरान प्रवासियों को घर पहुंचाने से लेकर चिकित्सा सेवा, शिक्षा और अब बाढ़ राहत प्रदान करने तक, उन्होंने लगातार यह दर्शाया है कि करुणा पहाड़ों को भी हिला सकती है. मानवता में उनका विश्वास और हर बार तत्काल कार्य करने की तत्परता, बार-बार यह साबित करती है कि परोपकार केवल दान नहीं है, बल्कि जिम्मेदारी, सहानुभूति और एक अडिग संकल्प है — उन लोगों को ऊपर उठाने का जो मुश्किल में हैं.
ऐसे समय में जब उम्मीदें क्षीण पड़ जाती हैं, तब सोनू सूद का एक बार फिर आगे आकर अपने कार्यों से नेतृत्व करना यह साबित करता है कि वह सिर्फ एक स्टार नहीं, बल्कि जनता का हीरो हैं — मजबूती और हौसले का प्रतीक.