मधुर भंडारकर सामाजिक मुद्दों को उजागर करने वाली फिल्में बनाने के लिए जाने जाते हैं. कम बजट के साथ काम करने के बावजूद फिल्म मेकर ने क्रिटिक्स की तारीफ के साथ साथ कमर्शियली भी सक्सेस हासिल की है. बॉलीवुड हंगामा के साथ हाल ही में एक इंटरव्यू में मधुर ने हाई एन्टोरेज लागत के बारे में चल रही बहस पर बात की. उन्होंने बताया कि उनकी फिल्मों में लीड रोल निभाने वाली एक्ट्रेसज ने अपनी फीस कम कर दी थी. एंटोरेज लागत या उभरते सितारों की फीस से जुड़े किसी भी मुद्दे का सामना करने के बारे में पूछे जाने पर फिल्म मेकर ने कहा, "हर एक्ट्रेस ने मेरे साथ काम करते समय अपनी फीस कम कर दी. क्योंकि मेरे पास चांदनी बार के लिए केवल ₹1.5 करोड़ का बजट था. इसलिए तब्बू ने फिल्म के लिए कोई फीस नहीं ली. उन्होंने बॉम्बे या दिल्ली रीजन के हिसाब से पैसे लिए और इसके अलावा कुछ नहीं. उन्होंने बहुत दृढ़ विश्वास के साथ काम किया."
मधुर ने कहा, रवीना टंडन (सट्टा) और बिपाशा बसु (कॉर्पोरेट) ने अपनी फीस कम कर दी. यहां तक कि प्रियंका चोपड़ा और करीना कपूर ने भी अपनी फीस कम कर दी. उन्होंने मुझसे मार्केट वैल्यू नहीं ली क्योंकि वे ये फिल्में बनाने के लिए एक्साइटेड थीं. पूरी फिल्म उनके कंधों पर टिकी हुई थी इसलिए सभी ने अपनी फीस कम कर दी.
बात करें मधुर भंडारकर की फिल्मों कीं तो फैशन (2008) में प्रियंका चोपड़ा लीड रोल में थीं. अरबाज खान, कंगना रनौत, मुग्धा गोडसे, समीर सोनी, किटू गिडवानी ने भी फिल्म में अलग अलग अहम किरदार निभाए. यह फिल्म एक छोटे शहर की लड़की की सुपरमॉडल बनने की महत्वाकांक्षा के बारे में थी. प्रियंका ने इसके लिए बेस्ट महिला एक्ट्रेस का नेशनल फिल्म अवॉर्ड जीता जबकि कंगना ने बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस कैटेगरी में अवॉर्ड जीता. मधुर की सोशल-ड्रामा हीरोइन (2012) एक गायब होतीं सुपरस्टार पर बेस्ड थी. इसमें करीना कपूर लीड रोल में थीं. अर्जुन रामपाल, रणदीप हुड्डा और दिव्या दत्ता ने भी फिल्म में दमदार किरदार निभाए थे.