बड़े बड़े सितारों के बीच नजर आ रहा ये बच्चा आज खुद एक बड़ा सितारा है. एक ही जान और दिमाग में टैलेंट इस कदर समाया है कि मिलने वाले हर बार उनके हुनर के नए पहलू से वाकिफ होते हैं. ये बच्चा कोई आम सितारा नहीं है. ये वो आर्टिस्ट है जिसने महज 4 साल की उम्र में फिल्मी पर्दे पर काम शुरू किया. इस नन्हीं सी उम्र में ही चाचा नेहरू को अपना कायल बना लिया. और साठ साल से ज्यादा समय बिताने के बाद अब फिल्म इंडस्ट्री के बड़े बड़े सितारों में शामिल हो चुके हैं. क्या आप ये मासूम सी शक्ल देखकर पहचान सकते हैं कि ये सितारा भला है कौन?
चाचा नेहरू दिया गुलाब
ये नन्हा सा बच्चा है सचिन पिलगांवकर. जिनका नाम हिंदी सिनेमा से लेकर मराठी सिनेमा तक जाना माना है. सचिन पिलगांवकर सिर्फ चार साल की उम्र में एक फिल्म में काम किया था. उसका नाम था हा मजा मार्ग एकला. इस फिल्म में उनका काम इतना शानदार था कि इतनी सी उम्र में ही उन्हें नेशनल अवॉर्ड के लिए चुन लिया गया. उस वक्त देश के राष्ट्रपति सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन थे. उनके हाथों चार साल के सचिन पिलगांवकर को नेशनल अवॉर्ड मिला. उसी कार्यक्रम में बैठे पंडित जवाहर लाल नेहरू को भी सचिन पिलगांवकर की मासूमियत भा गई. उन्होंने उन्हें बुलाया. अपनी गोद में बिठाया और अपने सीने पर लगा गुलाब का फूल भी उन्हें दिया.
पिता ने दी परमिशन
सचिन पिलगांवकर के लिए कहा जाता है कि उनकी मम्मी हमेशा उन्हें एक अफसर बनाना चाहती थीं. पिता का फोकस भी पढ़ाई लिखाई पर था. लेकिन पं. नेहरू से मिले सम्मान के बाद सचिन पिलगांवकर को एक्टिंग करने की छूट मिल गई. उन्होंने बतौर बाल कलाकार करीब 65 फिल्में की. इसके बाद गीत गाता चल से उन्हें पहचान मिली. अंखियों के झरोखों से फेम मिलना शुरू हुआ और नदिया के पार ने तो घर घर तक उन्हें मशहूर कर दिया. इसके अलावा वो डायरेक्शन, प्रोडक्शन, राइटिंग, सॉन्ग राइटिंग तक में दखल रखते हैं. खासतौर से हिंदी और मराठी इंडस्ट्री में उनकी जबरदस्त धाक है. बता दें कि सचिन पिलगांवकर शोले फिल्म में डबल रोल में नजर आए थे. उनकी पत्नी सुप्रिया पिलगांवकर और बेटी श्रिया पिलगांवकर इंडस्ट्री की जानी-मानी एक्ट्रेस हैं.