बॉलीवुड में इस समय शोक की लहर है, टीवी और बॉलीवुड एक्टर पंकज धीर का बुधवार को 68 साल की उम्र में निधन हो गया. उन्होंने टीवी के माइथॉलजी शो महाभारत में कर्ण और चंद्रकांता में अपने शानदार अभिनय से घर-घर में पहचान बनाई और एक सक्सेसफुल एक्टर बने. लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि उनके परिवार को एक समय बहुत कठिन दौर से भी गुजरना पड़ा था. दरअसल, पंकज धीर के पिता सी.एल. धीर एक फिल्म डायरेक्टर और प्रोड्यूसर थे, उन्होंने एक्ट्रेस गीता बाली से एक ऐसा वादा किया, जिसके चलते उन्हें अपना सब कुछ गंवाना पड़ा. आइए जानते हैं इस किस्से के बारे में...
जब पंकज धीर के पिता ने खो दिया अपना सब कुछ
पंकज धीर के पिता सी.एल. धीर ने बहू बेटियां, बसेरा, आखिरी रात और जिंदगी जैसी कई फिल्में बनाई. 1965 में वो एक रानो नाम की फिल्म बना रहे थे, जिसमें धर्मेंद्र और गीता बाली लीड रोल में थे. ये फिल्म लगभग पूरी हो चुकी थी, गीता बाली का केवल 3 दिन का शूट बाकी था. उस समय वो पंजाब में शूटिंग कर रही थीं, लेकिन वो चेचक से बीमार पड़ गई, उन्हें तुरंत मुंबई लाया गया और इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. मरने से पहले पंकज के पिता ने गीता बाली से एक वादा किया था. गीता ने उनसे कहा था कि मेरे जाने के बाद ये फिल्म मत पूरी करना. सीएल धीर ने अपना वादा निभाया और फिल्म को अधूरा छोड़ दिया.
दिलीप कुमार ने कहा फिल्म पूरी करो
बता दें कि पंकज धीर के पिता से दिलीप कुमार और मीना कुमारी जैसे सेलिब्रिटीज ने कहा कि उन्हें फिल्म पूरी करनी चाहिए और दिलीप साहब ने ये भी सुझाव दिया कि मीना कुमारी को गीता की जगह लिया जा सकता है, लेकिन सीएल धीर ने मना कर दिया. इस फैसले से उनका सारा पैसा डूब गया और उनकी फैमिली पर बड़ा संकट आ गया. पंकज धीर ने एक इंटरव्यू के दौरान खुद बताया था कि फिल्म कैंसिल करने के बाद उनके पिता बहुत अकेले हो गए थे और परिवार को बहुत मुश्किल समय गुजारना पड़ा था. यही कारण था कि पंकज धीर ने बहुत कम उम्र में काम करना शुरू कर दिया ताकि परिवार का खर्चा चला सके. उन्होंने अपने करियर में कई बेहतरीन फिल्में और टीवी शो किए, लेकिन उन्हें महाभारत में कर्ण के रूप में सबसे ज्यादा पसंद किया जाता था.