एडल्ट रेटिंग की वजह से अपनी डेब्यू फिल्म नहीं देख पाया ये चाइल्ड आर्टिस्ट, सेंसर बोर्ड पर किया ये कमेंट

आरुष वर्मा अपनी फिल्म को लेकर बेहद एक्साइटेड थे लेकिन रेटिंग की वजह से वे खुद को बड़े पर्दे पर नहीं देख पाए.

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आरुष वर्मा
नई दिल्ली:

अक्षय कुमार फिलहाल अपनी लेटेस्ट और चर्चित फिल्म ओएमजी 2 की सक्सेस इंजॉय कर रहे हैं. 2012 की ब्लॉकबस्टर फिल्म 'ओएमजी - ओह माय गॉड' के इस सीक्वल में अक्षय कुमार और पंकज त्रिपाठी ने कमान संभाली...उनका साथ दिया यामी गौतम ने. ये सीक्वल जनता को थिएटर्स तक खींचने में कामयाब दिख रहा है. शुरुआत में फिल्म की रफ्तार थोड़ी धीमी थी लेकिन अब इसने बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त स्पीड पकड़ ली है. दर्शक भगवान शिव के दूत के रोल में अक्षय कुमार की परफॉर्मेंस से काफी इंप्रेस नजर आ रहे हैं. इसके अलावा वे फिल्म की कहानी और उसे पेश करने के अंदाज की भी तारीफ कर रहे हैं. अब एक तरफ जहां अक्षय और पंकज त्रिपाठी अपनी लेटेस्ट फिल्म की भारी सक्सेस से खुश हैं...वहीं 16 साल के आरुष वर्मा जिन्होंने फिल्म में त्रिपाठी के बेटे का रोल निभाया था वो ओएमजी 2 नहीं देख पाए. आपको सुनकर हैरानी हो रही होगी लेकिन वो अपनी उम्र की वजह से फिल्म नहीं देख पाए. दरअसल ओएमजीज-2 को A रेटिंग मिली थी. 

आरुष वर्मा ने बताया क्यों नहीं देख पाए OMG 2 ?

इंडिया टुडे के साथ एक खास इंटरव्यू में ओएमजी 2 से एक्टिंग की शुरुआत करने वाले चाइल्ड आर्टिस्ट ने इस बात पर निराशा जताई कि कैसे सेंसर बोर्ड की रेटिंग की वजह से वो अपनी फिल्म नहीं देख सके और इस वजह से उन्हें कितना गुस्सा आया. इसके बारे में बात करते हुए आरुष ने कहा, “यह एक तरह से बहुत इरिटेट करने वाली बात थी क्योंकि यह मेरी पहली फिल्म है और मेरा परिवार, दोस्त और हर कोई लगातार एक्साइटमेंट दिखा रहा है वे फिल्म देखने के लिए इंतजार कर रहे थे. इसके अलावा, अगर कोई फिल्म देखता है तो उन्हें पता चल जाएगा कि फिल्म का पूरा मकसद सभी को यह सिखाना है कि सेक्स एजुकेशन और ऐसे सब्जेक्ट कम उम्र में बच्चों को पढ़ाए जाने जरूरी हैं ताकि उनका दिमाग इसके इर्द-गिर्द डेवलप हो सके.”

ओएमजी 2 सेक्स एजुकेशन और सनातन धर्म की शिक्षा के इर्द-गिर्द घूमती है. कहानी का केवल एक मकसद यंग जनरेशन को सेक्स एजुकेशन और उसकी अहमियत के बारे में सिखाना था. इस बारे में बात करते हुए कि कैसे 'ए' सर्टिफिकेट ओएमजी 2 के मकसद को खत्म कर देता है. आरुष ने कहा, "और अगर वे (सीबीएफसी) उसी फिल्म को 18+ बना रहे हैं...तो यह ऐसी फिल्म बनाने के मकसद को नुकसान पहुंचाता है. साथ ही, मेरी सबसे बड़ी इच्छाओं और महत्वाकांक्षाओं में से एक खुद को बड़े पर्दे पर देखना था जो मैं नहीं कर सका और इससे मुझे बहुत निराशा हुई. मैं इसे नहीं देख सका क्योंकि उन्होंने इसे ए-रेटेड फिल्म में बदल दिया है. यह बस बुरा लगा.

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जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्होंने सनी देओल की गदर 2 देखी है तो उन्होंने जवाब दिया, "नहीं...मैंने नहीं देखी क्योंकि ईमानदारी से कहूं तो मेरी फिल्म के आने की एक्साइटमेंट किसी भी चीज से ऊपर नहीं है.

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