अयोध्या के राम मंदिर (Ayodhya Ram Temple) में रामलला विराजमान हो गए हैं. 22 जनवरी, सोमवार को भव्य प्राण प्रतिष्ठा समारोह हुआ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे. विधिवत पूजा हुई और रामलला की अलौकिक प्रतिमा मंदिर में विराजमान हुई. इस मौके पर देश और दुनिया से हजारों राम भक्त अयोध्या पहुंचे. राम मंदिर को बनवाने के लिए हजारों लोगों ने अपनी-अपनी क्षमता और आस्था के मुताबिक दान किया है. राम मंदिर के लिए कुल 3200 करोड़ रुपये दान में मिला है.
इस शख्स ने किया सबसे बड़ा दान
राम मंदिर के लिए बड़े-बड़े बिजनेसमैन से लेकर बॉलीवुड स्टार्स और साधु संतों सभी ने दान किया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि वो कौन है, जिसने सबसे बड़ा दान किया है. अगर आप सोच रहे वो अंबानी-अडानी या फिर टाटा ग्रुप से जुड़ा कोई बड़ा बिजनेस टायकून हैं तो आप गलत हैं. डीएनए के रिपोर्ट के मुताबिक सूरत के रहने वाले एक कारोबारी ने मंदिर को 101 किलो सोने का दान किया है. डायमंड बिजनेस से जुड़े दिलीप कुमार वी लाखी ने राम मंदिर को सबसे बड़ा दान दिया है. खबरों के अनुसार दिलीप कुमार ने मंदिर ट्रस्ट के नाम 101 किलो सोना दान किया है. इस सोने का इस्तेमाल गर्भगृह के सोने के द्वारा, स्तंम्भ आदि बनाने में किया गया है. इस सोने की कीमत 70 करोड़ के आसपास आंकी जा रही है.
इन्होंने सबसे पहले किया इतना बड़ा दान
इसके अलावा कथावाचक और आध्यात्मिक गुरु मोरारी बापू ने भी राम मंदिर के लिए 18.6 करोड़ का दान दिया. ट्रस्ट के मुताबिक मुरारी बापू वो पहले शख्स थे जिन्होंने इतनी बड़ी रकम दी थी. डाबर इंडिया ने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के मौके पर ऐलान किया कि 17 जनवरी से 31 जनवरी तक उसके प्रोडक्ट्स की बिक्री से होने वाले प्रॉफिट का एक हिस्सा वो श्री जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को दान करेगी. बात करें अंबानी फैमिली की तो उन्होंने अयोध्या के राम मंदिर ट्रस्ट को 2.51 करोड़ रुपये का दान दिया है.