हिंदी फिल्मों के लिए एक हिट फॉर्मूला बरसों से चला आ रहा है. फिल्म में एक हीरो होगा और एक हीरोइन और एक विलेन. जो हीरो हीरोइन के प्यार का दुश्मन होगा. अधिकांश फिल्में इसी स्टोरी लाइन के इर्द गिर्द घूमती हैं. लेकिन कुछ ऐसी फिल्में भी हैं जिन्होंने ये साबित करके दिखाया है कि हीरो हो न हो या हीरोइन हो न हो. फिल्म फिर भी हिट हो सकती है. दर्शकों को भरपूर एंटरटेन कर सकती है और बॉक्स ऑफिस पर धमाल भी मचा सकती हैं. हम जिस फिल्म की बात कर रहे हैं. वो भी ऐसी ही एक फिल्म है जिसमें हीरो ही हीरो हैं फिर भी फिल्म जबरदस्त हिट रही है.
इस फिल्म में हीरो के नाम पर एक दो नहीं चार-चार हीरो थे. और जो विलेन था वो सारे हीरोज पर भारी था. फिल्म का नाम था धमाल. जो आज से करीब 17 साल पहले रिलीज हुई थी. फिल्म मनी चेज पर बेस्ड मूवी थी. जिसमें अरशद वारसी, रितेश देशमुख, जावेद जाफरी औऱ आशीष चौधरी लीड रोल में थे. फिल्म में संजय दत्त भी थे लेकिन वो विलेन के किरदार में थे. इसके अलावा कॉमेडी का तड़का लगाने के लिए असरानी, संजय मिश्रा, विजय राज और प्रेम चोपड़ा भी थे.
फिल्म की कहानी ऐसी थी कि इस फिल्म में करोड़ों रुपये हासिल करने के लिए सब भागदौड़ करते हैं. भागदौड़ इतनी होती है कि बस पूरी फिल्म में धमाल ही धमाल होता है. धमाल भी इतना दर्शक हंसते हंसते लोटपोट हो जाते हैं. फिल्म में सबको एक बड़े डब्ल्यू की तलाश है. जिसके नीचे खजाना गढ़ा है. बस चारों हीरो और संजय दत्त इस बड़े डब्लू की तलाश में निकल पड़ते हैं. इस बीच कुछ मजेदार सीन्स आते हैं. जो फिल्म और इस चेज को बहुत मजेदार बनाते हैं. फिल्म मेकर इंद्र कुमार की ये फिल्म पहले सीन से ही पेट पकड कर हंसने पर मजबूर कर देती है. धमाल का बजट लगभग 10 करोड़ रुपये था जबकि इसने 50 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया था.