ओटीटी पर आ रही है ये सीरीज, जो बताएगी पाकिस्तान में कैसे मारा गया था लादेन, 2 मई, 2011 की रात की पूरी कहानी

ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर एक वेब सीरीज रिलीज होने जा रही है जिसमें पता चल सकेगा कि पाकिस्तान में ओसामा बिन लादने को कैसे मारा गया था और क्या था ये पूरा ऑपरेशन.

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ओटीटी पर आ रही है 'अमेरिकन मैनहंट: ओसामा बिन लादेन'
नई दिल्ली:

ओटीटी पर कई ऐसी वेब सीरीज आती हैं जो कई बड़े आतंकियों या अपराधियों को लेकर बनाई गई होती हैं. इन डॉक्युसीरीज को बहुत ही सधे ढंग से बनाया गया होता है और यह इन ऑपरेशंस में गहराई तक झांकने का मौका देती हैं. ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर 14 मई को ऐसी ही एक डॉक्युसीरीज आ रही है जिसमें दुनिया के मोस्ट वॉन्टेड आतंकवादी ओसामा बिन लादेन को खत्म करने के अभियान को दिखाया जाएगा. इस तरह नेटफ्लिक्स पर ओसामा को पकड़ने और मौत के घाट उतारने से जुड़े पूरे अभियान को 'अमेरिकन मैनहंट: ओसामा बिन लादेन' में गहराई से दिखाया जाएगा. जानें क्या है इस वेब सीरीज में...

नेटफ्लिक्स पर 'अमेरिकन मैनहंट: ओसामा बिन लादेन'

नेटफ्लिक्स की डॉक्यू-सीरीज 'अमेरिकन मैनहंट: ओसामा बिन लादेन' इस अभियान को विस्तार से दिखाती है, जिसमें सीआईए के अंदरूनी लोगों और नेवी सील्स के लोगों के इंटरव्यू शामिल हैं. यह डॉक्युसीरीज 14 मई, 2025 को रिलीज होगी. इसके तीन एपिसोड होंगे. इसका निर्देशन मोर लौशी और डेनियल साइवन ने किया है. 

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11 सितंबर, 2011 के आंतकी हमले और ओसामा बिन लादेन

11 सितंबर, 2001 को अमेरिका में हुए आतंकी हमलों ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया. इन हमलों में 2,996 लोग मारे गए थे. इनका मास्टरमाइंड ओसामा बिन लादेन दुनिया मोस्ट वॉन्टेड आतंकवादी बन गया. इसके बाद अमेरिकी खुफिया एजेंसियों, विशेष रूप से सीआईए, ने बिन लादेन को पकड़ने के लिए व्यापक अभियान शुरू किया. सीआईए ने बिन लादेन के एक विश्वसनीय सहयोगी की गतिविधियों पर नजर रखी और उसे पकड़ा. पूछताछ पर महत्वपूर्ण सुराग मिले.

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पाकिस्तान के ऐबटाबाद में छिपा था लादेन

फिर सीआईए को पता चला कि ओसामा बिन लादेन पाकिस्तान के ऐबटाबाद में एक संदिग्ध परिसर में छिपा हो सकता है. यह परिसर पाकिस्तान की एक सैन्य अकादमी से कुछ दूरी पर था. सीआईए ने ड्रोन निगरानी और स्थानीय जासूसों के माध्यम से परिसर की निगरानी शुरू की. 2010 में, एक महत्वपूर्ण सुराग मिला, ये सुराग ओसामा बिन लादेन का एक साथी था. उसकी गतिविधियों ने पुष्टि की कि बिन लादेन उस परिसर में मौजूद था.

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दस साल चला लादेन को पकड़ने का ऑपरेशन

2 मई, 2011 को अमेरिकी नेवी सील्स की एक विशेष टीम ने पाकिस्तान के ऐबटाबाद में ऑपरेशन नेप्चयून स्पियर को अंजाम दिया. रात के अंधेरे में, दो स्टील्थ ब्लैकहॉक हेलीकॉप्टरों ने सील्स को परिसर तक पहुंचाया. अभियान के दौरान, बिन लादेन के बेटे हमजा सहित कई लोग मारे गए. नेवी सील रॉबर्ट ओ'नील ने बाद में दावा किया कि उन्होंने बिन लादेन को गोली मारी.

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