नर्मदा स्टोरी वास्तविक जीवन की आईपीएस अधिकारी सिमाला प्रसाद अभिनीत यह कॉप ड्रामा वास्तविक पुलिस घटनाओं पर आधारित है, जो पुलिसकर्मियों की रोजमर्रा की चुनौतियों को उजागर करती है. नाकाब और अलिफ़ जैसी फिल्मों के लिए प्रशंसित फिल्म निर्माता ज़ैग़म इमाम अपनी आगामी वास्तविक जीवन से प्रेरित फिल्म "नर्मदा स्टोरी" के लिए पूरी तरह तैयार हैं. मध्य प्रदेश में फिल्माई गई इस फिल्म में वास्तविक जीवन की आईपीएस अधिकारी सिमाला प्रसाद के साथ रघुबीर यादव, मुकेश तिवारी, अंजलि पाटिल, ज़रीना वहाब, अश्विनी कलसेकर और अन्य कलाकार शामिल हैं.
कहानी वास्तविक पुलिस घटनाओं पर आधारित है और पुलिसकर्मियों को रोज़मर्रा की ज़िंदगी में आने वाली समस्याओं पर केंद्रित है. फिल्म के बारे में जानकारी देते हुए ज़ैग़म ने कहा, "पुलिसिंग विशेषकर विमन पुलिसिंग में मेरा इंट्रेस्ट रहा है. हालांकि ईमानदारी से कहूं तो मेरे लिए ये एक बिल्कुल नया जॉनर है, लेकिन मैं एक पत्रकार भी रहा हूं और मुझे पुलिस विभाग को नजदीकी से देखऩे का मौका मिला है. हम एक ऐसी कहानी कहना चाहते थे जो भीड़ से अलग हो, जिसमें मैसेज हो, एक अलग बात हो बस यहां से द नर्मदा स्टोरी का पहला बीज पड़ा. टीम से डिस्कशन के दौरान जब पहली बार ये कहानी सामने आई तो सबने हां कहा. बस यहां से नर्मदा स्टोरी पर काम शुरू हो गया".
यह पूछे जाने पर कि एक वास्तविक पुलिस अधिकारी को कास्ट करने का विचार कैसे आया, उन्होंने जवाब दिया, "देखिए ये तो प्योरली कहानी की किस्मत थी कि ऐसा हुआ. हमने ऐसा प्लॉन नहीं किया था". अन्य पुलिस नाटकों से इसे अलग बनाने वाली बातों के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा, "आजकल ये कहना फैशन हो गया है मेरी फिल्म सबसे अलग है. हम अलग नहीं हैं हम ज्यादा रियल हैं. हमारी फिल्म में आपको ऐसी कई बातें देखने को मिलेंगी जो पुलिसवालों खासतौर पर महिला पुलिसकर्मियों की जिंदगी से सीधा कनेक्ट रखती हैं. स्क्रिप्ट से लेकर एक्टर तक हमने ऐसे लोगों का चुनाव किया है जो सीरियस और सेंसिबल सिनेमा के लिए जाने जाते हैं".