अमेजॉन प्राइम वीडियो ने अपनी पहली हिंदी हॉरर सीरीज 'अधूरा' का ऐलान कर दिया है जिसका ग्लोबल प्रीमियर 7 जुलाई को होगा. इस सीरीज में रसिका दुग्गल, इश्वाक सिंह, श्रेणिक अरोरा, पूजन छाबड़ा लीड रोल में हैं. उनके साथ इस सीरीज में राहुल देव, जोआ मोरानी, रिजुल रे , साहिल सलाथिया, केसी शंकर और जैमिनी पाठक भी दिखाईं देंगे. अनन्या बनर्जी लिखित इस सीरीज का निर्देशन गौरव के. चावला और अनन्या बनर्जी ने किया है. इस सीरीज में सात एपिसोड हैं और इसका प्रीमियर भारत और दुनिया भर के 240 देशों और क्षेत्रों में होने जा रहा है. प्राइम के सदस्यों के लिए 'अधूरा' एक नई पेशकश हैं.
यह पछतावे ,पश्चाताप और बदले की थीम पर आधारित है. सीरीज की कहानी दो समयावधियों, 2022 और 2007 में सामने आती है, जब रहस्य और डरावनी घटनाएं एक प्रतिष्ठित बोर्डिंग स्कूल के छात्रों और कर्मचारियों को परेशान करती हैं. बोर्डिंग स्कूल में रीयूनियन के दौरान जो पुरानी यादों के रूप में शुरू होता है वह भयावह हो जाता है. यह सब अधिराज जयसिंह (ईश्वाक सिंह) और एक परेशान 10 वर्षीय छात्र, वेदांत मलिक (श्रेणिक अरोड़ा) के आमने सामने आने से शुरू होता है. जैसे-जैसे अतीत और वर्तमान टकराते हैं, एक गहरा रहस्य सामने आने का खतरा है, जो अधिराज को वेदांत से जोड़ता है.
निर्देशक गौरव के चावला और अनन्या बनर्जी ने कहा, 'हमने अलग-अलग तरह के जॉनर मे काफी काम किया है. इस बार हमनें हॉरर सीरीज बनाई है. हम इस जॉनर मे बनी सीरीज में बोर्डिंग स्कूल की डरावनी कहानी दर्शकों के सामने लाते हुए लिए काफी उत्साहीत हैं. क्या आपने कभी कम रोशनी वाले कमरों मे दोस्तों से भूत की कहानी सुनी या सुनाईं नही है? 'अधूरा' भी कुछ इस तरह की ही कहानी है, जो हम दर्शकों को सुनाना चाहते हैं. हम दर्शकों को पहाड़ियों में एक बोर्डिंग स्कूल के भयावह गलियारों के अंदर कदम रखने के लिए आमंत्रित करते हैं, जहां अतीत लगातार वर्तमान को परेशान करता है.'
'अधूरा' के प्रोड्यूसर निखिल आडवाणी कहते हैं, 'अधूरा के साथ, हम पहली बार डरावनी, सुपरनैचरल जॉनर शैली मे प्रवेश कर रहे हैं, और प्राइम वीडियो का इस सफर मे सहयोग मिलने की वजह से हम काफी खुश हैं. मुंबई डायरीज की अपार सफलता के बाद एक बार फिर उनके साथ सहयोग मिलने की हमे खुशी हो रही है. प्रत्येक एपिसोड के साथ, दर्शक पात्रों के जीवन की पेचीदगियों में डूब जाएंगे, उनकी कहानियों को अप्रत्याशित तरीके से सामने आते देखेंगे. यह सीरीज मानवीय भावनाओं की गहराइयों को टटोलती हैं, रिश्तों की जटिलता को दर्शाती है.'