दिग्गज अदाकारा मुमताज ने एक बार फिर शम्मी कपूर के बारे में बात की. हालांकि इस बार उन्होंने दिवंगत एक्ट्रेस की पत्नी नीला देवी का हवाला देते हुए अपने रिश्ते के बारे में बात करने से परहेज किया. एक्ट्रेस ने कहा कि कपूर के बारे में उनके कमेंट्स उनकी पत्नी को अच्छे नहीं लगे थे. हाल ही में टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में मुमताज ने इस टॉपिक पर चुप रहने के अपने कारण बताए. एक्ट्रेस ने कहा “हर कोई मुझसे वही पुरानी बातें पूछता रहता है. मेरी बहन को कुछ कॉल आए लोगों ने उससे कहा, ‘मुमताज को उन सवालों का जवाब नहीं देना चाहिए.' लेकिन मैं कितनी बार ‘नो कमेंट्स' कह सकती हूं? मेरी बहन ने मुझसे कहा, ‘तुम इंडस्ट्री के लोगों को चोट पहुंचा रही हो.' मैं किसी को चोट नहीं पहुंचाना चाहती. वे मेरा परिवार हैं.”
एक्ट्रेस ने आगे कहा कि जिन लोगों के बारे में उन्होंने बात की है उनके बच्चे भी असहज महसूस करते हैं. उन्होंने कहा, "मुझे सच बोलने का कोई अफसोस नहीं है लेकिन यह नीरस हो जाता है. हर कोई केवल राजेश खन्ना और शम्मी कपूर के बारे में पूछना चाहता है. यह बहुत रिपीटेड हो जाता है. उनकी (शम्मी की) पत्नी को बुरा लगता है, वे पूछती हैं, 'वह मेरे पति के बारे में क्यों बात कर रही है?' इसलिए, मैंने किसी को दुख ना पहुंचाने का फैसला किया है."
शम्मी कपूर ने 1965 में अपनी पहली पत्नी गीता बाली को खो दिया. बाद में उनकी मुलाकात 'ब्रह्मचारी' के सेट पर एक मुमताज से हुई और दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ गईं. हालांकि उनका रिश्ता शादी तक नहीं बढ़ पाया. उनके मुताबिक कपूर ने उनसे फिल्म इंडस्ट्री छोड़ने के लिए कहा था - ऐसा कुछ जो वह उस समय करने के लिए तैयार नहीं थीं.
रेडिफ ने उनके हवाले से कहा, "जब मैं सिर्फ 17 साल की थी तो वह चाहते थे कि मैं अपना करियर छोड़ दूं. मुझे नहीं लगता कि कोई भी मुझसे उस तरह प्यार कर सकता है, जैसा उन्होंने किया. मैं उन्हें कभी नहीं भूली. आज भी जब कोई उनका नाम लेता है, तो मेरी आंखों में आंसू आ जाते हैं. यह सिर्फ एक अफेयर नहीं था. यह उससे कहीं ज्यादा था. हम एक-दूसरे से बहुत प्यार करते थे. लेकिन उस समय कपूर परिवार की महिलाएं काम नहीं करती थीं. उन्हें अपने परिवार की इच्छाओं का सम्मान करना था और मुझे अपने करियर का सम्मान करना था."
शम्मी कपूर ने 1969 में नीला देवी से शादी की. साल 2011 में शम्मी और नीला का साथ लीजेंड्री एक्टर की मौत के साथ छूट गया.