फिल्म निर्माता अहमद खान ने प्रतिष्ठित फिल्म ‘मिस्टर इंडिया' की 38वीं वर्षगांठ पर पुरानी यादें ताजा की. उन्होंने फिल्म में एक बाल कलाकार के रूप में इंडस्ट्री में अपना सफर शुरू किया था. कोरियोग्राफर और निर्देशक के रूप में पॉपुलैरिटी पाने से पहले, खान ने इस 'कल्ट क्लासिक' में काम किया, जिसने उनके शुरुआती करियर को आकार देने में अहम भूमिका निभाई. फिल्म की 38वीं वर्षगांठ पर विचार करते हुए अहमद ने अपने करियर के शुरुआती दिनों की यादें साझा की और फिल्म बनने की प्रोसेस में उन्होंने जो बदलाव देखे हैं, उनके बारे में बात की.
खान ने बताया, “मिस्टर इंडिया को रिलीज हुए 38 साल हो गए हैं और जब भी मैं इसके बारे में सोचता हूं तो मेरी पुरानी यादें ताजा हो जाती हैं. यह वास्तव में मुझे ऐसा महसूस कराता है जैसे कि यह कल की ही बात हो. यह मेरा डेब्यू था और इस खूबसूरत इंडस्ट्री के साथ मेरी पहली बातचीत थी. मुझे शूटिंग के वे दिन याद हैं, वे वास्तव में कमाल थे. जैसा कि मैंने हमेशा कहा है मैं अकेला व्यक्ति हूं जो उस सफर से गुजरा है और बदलाव देखे हैं. उन दिनों, हमें यह बहुत पसंद था क्योंकि पूरी यूनिट सेट पर एक साथ होती थी. कोई वैनिटी वैन या एजेंसियां वगैरह नहीं थीं. हर कोई एक छतरी के नीचे बैठता था और एक यूनिट की तरह महसूस करता था. इसलिए इसे हमेशा एक फिल्म यूनिट कहा जाता है और हम वास्तव में एक यूनिट की तरह व्यवहार करते थे.”
मशहूर कोरियोग्राफर ने कहा, "मिस्टर इंडिया एकमात्र ऐसी फिल्म है जो इतने सालों से दर्शकों के दिमाग में हमेशा ताजा रही है और उन्हें अभी भी लगता है कि वे बच्चे वही बच्चे हैं. हम बड़े नहीं हुए हैं और वे आज भी मुझे पहचानते हैं. मैं बहुत आभारी हूं कि मुझे श्रीदेवी, अमरीश पुरी और सतीश कौशिक जैसे महान कलाकारों के साथ काम करने का मौका मिला और मैं आज भी खुद को सौभाग्यशाली मानता हूं कि मैं उस फिल्म में एक बाल कलाकार था. मेरी यात्रा 38 साल से ज्यादा हो गई है. यह बहुत अच्छा लगता है."
शेखर कपूर द्वारा निर्देशित "मिस्टर इंडिया" ने 25 मई को अपनी रिलीज के शानदार 38 साल पूरे किए. बोनी कपूर द्वारा संयुक्त रूप से निर्मित इस फिल्म में अनिल कपूर, श्रीदेवी और अमरीश पुरी ने अभिनय किया था.