मोहम्मद रफी की मखमली सी आवाज का जादू आज भी लोगों को अपना दीवाना बना लेता है. उनके दौर के किसी भी स्टार का नाम ले लीजिए. मोहम्मद रफी की आवाज सब पर सूट करती थी. गाने का मूड कैसा भी हो, रोमांटिक, दुख भरा या मस्ती से भरपूर, रफी साहब की आवाज हर तराने में जान डाल देती थी. लेकिन एक दौर ऐसा भी आया जब रफी साहब ने अचानक गाना बंद कर दिया. उनके फैन्स उनकी आवाज को मिस करने लगे. क्या किसी सिंगर की वजह से उनका करियर अचानक से थम गया था. या कुछ और ही राज था. इतने बरस बाद उनके बेटे शाहिद रफी ने इस बारे में कुछ खास वाक्ये शेयर किए हैं.
क्या इस सिंगर की वजह से डूबा था करियर?
मोहम्मद रफी ने 1969 में आई आराधना मूवी में चंद गाने गाए थे. उसके बाद लंबे समय तक उनकी आवाज सुनाई नहीं दी. आराधना मूवी के बाद किशोर कुमार का करियर तेजी से परवान चढ़ने लगा था. क्या इसी वजह से रफी साहब की आवाज सुनाई देनी बंद हो गई थी. एक यू ट्यूब चैनल पर हुए इस सवाल पर शाहिद रफी का कहना है कि उनके पिता हज पर गए थे. उस दौरान किसी ने उनसे कहा कि संगीत और गाना गाना बहुत बड़ा गुनाह है. अल्लाह माफ नहीं करता. ये सुनकर मोहम्मद रफी काफी डर गए थे. और, उन्होंने गाना गाना बंद कर दिया. इस दरम्यान वो लंदन में आकर बस गए थे. लेकिन फिर बेटों के समझाने और एक मौलाना की सलाह के बाद उन्होंने दोबारा सिंगिंग करियर शुरू करने की कोशिश की.
कैसे थे दोनों सिंगर्स के आपसी रिश्ते?
शाहिद रफी ने ये भी बताया कि उनके पिता और किशोर कुमार के रिश्ते कैसे थे. उन्होंने कहा कि किशोर कुमार और मोहम्मद रफी के बीच दोस्ताना और सम्मानजनक रिश्ता था. शाहिद रफी के मुताबिक किशोर कुमार उनके पिता का काफी रिस्पेक्ट करते थे. रफी साहब भी किशोर कुमार के साथ काम करके काफी खुश रहा करते थे. इसलिए ये कहना गलत होगा कि किशोर कुमार की वजह से रफी साहब को काम मिलना बंद हो गया. एसडी बर्मन की तबियत खराब होने का असर भी रफी साहब के करियर पर पड़ा था.