'मेरे यार की शादी है' मूवी की हीरोइन याद है आपको. वही भोली भाली सूरत और प्यारी स्माइल वाली हसीना जिसका नाम है ट्यूलिप जोशी. खूबसूरती और एक्टिंग में माहिर होने के बावजूद ट्यूलिप जोशी बॉलीवुड में खास कमाल नहीं दिखा सकीं. जबकि उनकी पहली ही फिल्म यशराज मूवीज के बैनर तले बनी थी. इसके बाद सलमान खान ने भी उन्हें मौका दिया. उसके बावजूद बॉलीवुड में ट्यूलिप की खुशबू नहीं बिखर सकी. शायद ट्यूलिप जोशी भी ये समझ गईं थी कि ये मायानगरी उनके लिए नहीं है. यहां से कोसों दूर क्या गईं, उनकी किस्मत का सितारा ही बुलंद हो गया. अब ट्यूलिप जोशी करोड़ों का बिजनेस संभालने वाली मालकिन बन चुकी हैं.
गुजराती परिवार में जन्मी ट्यूलिप जोशी ने जमनाबाई नर्सी स्कूल से पढ़ाई पूरी की. इसके बाद वो मेजरिंग फूड साइंस एंड केमेस्ट्री में ग्रेजेट हुईं. कॉलेज की पढ़ाई पूरी कर ट्यूलिप जोशी ने मिस इंडिया प्रतियोगिता में हिस्सा लिया. साल 2000 के इस कॉन्टेस्ट में ट्यूलिप जोशी कामयाब नहीं हो सकीं.
हिंदी फिल्मों के अलावा ट्यूलिप जोशी ने पंजाबी, तमिल, तेलुगू, कन्नड़ और मलयालम भाषा की फिल्मों में भी काम किया है. मेरे यार की शादी के अलावा वो दिल मांगे मोर, डैडी कूल, हॉस्टल और धोखा कभी कहीं जैसी फिल्में में दिखीं. जो कुछ खास चली नहीं.
किस्मत ट्यूलिप जोशी को एक और मौका देने के मूड में थी. ट्यूलिप जोशी अपने किसी दोस्त की शादी में गई हुईं थीं जहां यशराज बैनर्स के आदित्य चोपड़ा की नजर उन पर पड़ी. आदित्य चोपड़ा ने उन्हें मेरे यार की शादी फिल्म का ऑडिशन देने के लिए कहा. वो सिलेक्ट भी हुईं. फिल्म बनी भी लेकिन उतनी कामयाब नहीं हुई जितनी यशराज की मूवी को होना चाहिए. इसके बाद सलमान खान की फिल्म जय हो में कैमियो भी किया. इन सबके बावजूद बॉलीवुड में उनका सिक्का नहीं चल सका.
इस दौरान ही ट्यूलिप जोशी की मुलाकात कैप्टन विनोद नायर से हो चुकी थी. 1989 से 1995 तक इंडियन आर्मी में रहे विनोद नायर नॉवेल प्राइड ऑफ लॉयन्स के राइटर और बिजनेसमैन हैं. इनके साथ ट्यूलिप जोशी चार साल तक लिवइन में रहीं. फिर दोनों ने शादी कर ली.
विनेद नायर ने साल 2007 में ट्रेनिंग एंड मैनेजमेंट कंसल्टिंग फर्म शुरू की थी. शादी के बाद ट्यूलिप जोशी बॉलीवुड छोड़ कर इसी बिजनेस को कर रही हैं और करोड़ों की कंपनी को बतौर डायरेक्टर संभाल रही हैं.