हिंदी सिनेमा के स्वर्णिम दौर में कई अभिनेत्रियों ने अपनी चमक बिखेरी, लेकिन आशा पारेख (Asha Parekh) का जादू कुछ अलग था. 60 और 70 के दशक में वह न सिर्फ सबसे लोकप्रिय अभिनेत्रियों में से एक थीं, बल्कि उन चंद कलाकारों में भी शामिल थीं, जो अपने समय की सबसे ज्यादा फीस (Highest Paid Actress Asha Parekh) लेने वाली एक्ट्रेसेस थीं. उनकी अदाकारी, खूबसूरती और सादगी ने दर्शकों के दिलों पर राज किया, लेकिन निजी जिंदगी में वह हमेशा अकेली रहीं. क्या है एक्ट्रेस की कहानी, चलिए आपको बताते हैं.
ताउम्र कुंवारी रहीं आशा पारेख
आशा पारेख ने बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट अपने करियर की शुरुआत की थी और धीरे-धीरे हिंदी सिनेमा की शीर्ष अभिनेत्रियों में शामिल हो गईं. उन्होंने धर्मेंद्र, राजेश खन्ना, शम्मी कपूर जैसे दिग्गज सितारों के साथ कई सुपरहिट फिल्में दीं. ‘कटी पतंग', ‘तीसरी मंजिल', ‘आन मिलो सजना', ‘प्यार का मौसम' जैसी फिल्मों ने उन्हें इंडस्ट्री में अटूट पहचान दिलाई. लेकिन जब बात उनकी निजी जिंदगी की आई, तो उन्होंने शादी नहीं करने का फैसला लिया.
2019 में Verve मैगजीन को दिए एक इंटरव्यू में आशा पारेख ने अपनी जिंदगी के इस पहलू पर खुलकर बात की थी. उन्होंने बताया कि उन्हें एक ऐसे व्यक्ति से प्यार हो गया था जो पहले से शादीशुदा था. लेकिन वह किसी और के घर को तोड़ने या दूसरी औरत बनने के लिए तैयार नहीं थीं. यही वजह थी कि उन्होंने ताउम्र अकेले रहने का निर्णय लिया और आज भी वह अपने फैसले से खुश हैं.
ऑटो बायोग्राफी में किया है खुलासा
अपनी आत्मकथा ‘आशा पारेख: द हिट गर्ल' में भी उन्होंने इस बारे में लिखा है. किताब के लॉन्च इवेंट में उन्होंने कहा था, "शादियां ऊपर से तय होती हैं और शायद भगवान मेरी जोड़ी बनाना ही भूल गए". एक्ट्रेस की मानें तो उनके जीवन में शादी का संयोग ही नहीं बना और उन्होंने अकेले रहने का ऑप्शन चुना.
आशा पारेख की जिंदगी में स्टारडम की चमक तो थी, लेकिन उनकी निजी दुनिया में सन्नाटा भी था. उन्होंने इंडस्ट्री में एक लंबा सफर तय किया और तकरीबन 95 से ज्यादा फिल्मों में काम किया. उनका योगदान सिर्फ अभिनय तक सीमित नहीं रहा, बल्कि उन्होंने बाद में फिल्म निर्माण और सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष पद जैसी महत्वपूर्ण भूमिकाएं भी निभाईं.