7 की उम्र में बनी एक्टर और 19 में स्टार, कहलाई ट्रेजेडी क्वीन, 38 में छोड़ी दुनिया- पढ़ें इस अदाकारा के 5 शेर

हिंदी सिनेमा की ट्रेजेडी क्वीन कहलाने वाली इस एक्ट्रेस ने सात साल की उम्र में एक्टिंग की दुनिया में कदम रखा और 19 में स्टार बनीं. लेकिन उनकी शायरी दिल छू लेने वाली है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
मीना कुमार के पांच शेर, दिल देंगे चीर
Instagram
नई दिल्ली:

आज भी जब पर्दे पर मीना कुमारी का नाम उभरता है, तो आंखों के सामने एक ऐसी अदाकारा का चेहरा आता है, जिनकी खूबसूरती में नजाकत थी, अभिनय में गहराई थी और आवाज में एक टूटे दिल की खामोशी.लेकिन मीना कुमारी सिर्फ सिल्वर स्क्रीन की ट्रेजेडी क्वीन नहीं थीं, वो एक बेहतरीन शायरा भी थीं, जिनकी कलम से निकले लफ्ज़ आज भी मोहब्बत करने वालों के दिलों को छू जाते हैं. उनके अल्फाज दर्द से भीगे होते थे, क्योंकि उन्होंने इश्क को जिया नहीं, सहा था. 1 अगस्त 1933 को मीना कुमारी का जन्म हुआ था. मीना कुमारी ने सात साल की उम्र में फिल्म करियर शुरू किया था और 19 साल की उम्र में बैजू बावरा से उन्हें स्टारडम मिला. मीना कुरमा का निधन 28 साल की उम्र में हो गया था. 

इस नाम से शायरी लिखती थीं मीना कुमारी

मीना कुमारी ने जब मोहब्बत में नाकामी और जिंदगी में तन्हाई देखी तो उन्होंने अपने जज्बातों को कागज पर उतारना शुरू किया. नाज के नाम से शायरी लिखने वाली मीना ने उन एहसासों को लफ्जों में पिरोया जिन्हें अक्सर लोग छिपा लेते हैं.

मोहब्बत चाही मिली तन्हाई

मीना कुमारी की निजी जिंदगी भी किसी दर्दनाक कहानी से कम नहीं थी .उन्हें अपने से उम्र में काफी बड़े निर्देशक कमाल अमरोही से प्यार हुआ जो पहले से शादीशुदा थे लेकिन मीना ने हर बंधन तोड़कर कमाल से निकाह कर लिया. शुरुआत में सब ठीक था लेकिन जल्द ही उनके रिश्ते में दरारें आने लगीं कमाल अमरोही को मीना की शोहरत और आजादी रास नहीं आई. उन्होंने मीना पर पाबंदियां लगानी शुरू कर दीं. यहां तक कि एक बॉडीगार्ड तक साथ रखने को मजबूर किया गया. मीना का दम घुटने लगा और उनका रिश्ता एक कांच की तरह टूटता चला गया.

शायरी बनी आखिरी सहारा

जब रिश्ते मोहब्बत और दुनिया ने उनका साथ छोड़ा तो मीना कुमारी ने खुद को अपनी शायरी में समेट लिया उनकी शायरी उनके आखिरी दिनों की सच्ची साथी बन गई. उनके 5 पॉपुलर शेर...

1. हंसी थमी है इन आंखों में यूं नमी की तरह
चमक उठे हैं अंधेरे भी रौशनी की तरह

2. यूं तेरी रहगुज़र से दीवाना-वार गुज़रे
कांधे पे अपने रख के अपना मज़ार गुज़रे

3. आबला-पा कोई इस दश्त में आया होगा
वर्ना आँधी में दिया किस ने जलाया होगा

4. आग़ाज़ तो होता है अंजाम नहीं होता
जब मेरी कहानी में वो नाम नहीं होता

5. चांद तन्हा है आसमां तन्हा
दिल मिला है कहाँ कहाँ तन्हा

Featured Video Of The Day
Babri Masjid Controversy: बाबरी का 'प्रयोग', साजिश या सयोंग? | Humayun Kabir | Mamata Banerjee