Maharaja Review in Hindi: महाराजा ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर रिलीज हो गई है और रिलीज होते ही साउथ सुपरस्टार विजय सेतुपती की फिल्म टॉप ट्रेंडिंग में नंबर वन पर बनी हुई है. बेशक महाराजा 14 जून को साउथ के सिनेमाघरों में रिलीज हो गई थी. लेकिन अब ये नेटफ्लिक्स पर हिंदी में भी रिलीज हो गई है और आते ही इसको खूब पसंद भी किया जा रहा है. विजय सेतुपती की महाराजा ऐसी है जो बॉलीवुड की कल्पना से कोसों दूर है. खास यह है कि फिल्म के हिंदी में नेटफ्लिक्स पर आने से बॉलीवुड के इसके रीमेक बनाने का खतरा भी टल गया है क्योंकि अच्छी-खासी फिल्म को पलीता लगाना बॉलीवुड को आता है. इसलिए विजय सेतुपती की महाराजा देखकर जहां कुछ देर तक दिमाग एकदम सुन्न हो जाता है तो वहीं दिमाग में यही बात आती है कि शुक्र है महाराज हिंदी में है, बॉलीवुड इसका रीमेक नहीं बना पाएगा.
महाराजा की कहानी सैलून चलाने वाले एक शख्स महाराजा यानी विजय सेतुपती की है. उसकी बेटी के साथ जिंदगी बहुत ही चैन से गुजर रही है. लेकिन फिर कुछ ऐसा होता है कि वह पुलिस थाने पहुंच जाता है. वह बताता है कि लक्ष्मी गायब हो गई है. अब लक्ष्मी क्या है? लक्ष्मी को किसने चुराया है? लक्ष्मी के साथ हुआ क्या है? यही महाराजा का कहानी है और जिस तरीके से राइटर-डायरेक्टर नितिलन स्वामीनाथन ने फिल्म की कहानी को बना है, ट्विस्ट डाले हैं और जिस तरह डायरेक्शन का कमाल दिखाया है, वह बेमिसाल है. खास बात यह कि फिल्म में जो कुछ भी हो रहा होता है, वह सभी कैरेक्टर्स को पता होता है, सिर्फ दर्शकों को ही नहीं. यही इस फिल्म की खासियत है क्योंकि कुछ भी स्वाभाविक नहीं है.
महाराजा विजय सेतुपती के करियर की 50वीं फिल्म है. विजय सेतुपती की एक्टिंग एक बार फिर अव्वल नंबर है. आज के दौर के उन सितारों को जरूर विजय सेतुपती से एक्टिंग का सबक सीखना चाहिए जो स्टारडम के दम पर आगे बढ़ने में यकीन करते हैं. महाराजा के किरदार में वह गहरे तक उतरे हैं और कैरेक्टक की बारीकियों को भी कसकर पकड़ा है. अनुराग कश्यप ने भी उनका अच्छा साथ दिया है. महाराजा फिल्म ऐसी है जिसे बॉलीवुड के डायरेक्टरों और कलाकारों को एक बार जरूर देखनी चाहिए, रीमेक बनाने के लिए नहीं, सबक सीखने के लिए.