700 लोगों ने मिलकर तैयार किया था महाराज का सेट, देखें 9 एकड़ में फैला सेट कैसे हुआ तैयार

जुनैद खान की फिल्म महाराज ने खूब सुर्खियां बटोरीं और ये फिल्म दर्शकों को खूब पसंद आई. इस फिल्म का सेट भी बहुत शानदार था और इसे बनने में पूरे 700 लोगों की कड़ी मेहनत लगी थी.

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महाराज का सेट बनने में लगे 700 लोग
नई दिल्ली:

फिल्ममेकर सिद्धार्थ पी मल्होत्रा ​​ने एक वीडियो शेयर किया. इसमें उन्होंने अपने दर्शकों को 'महाराज' की दुनिया की मेकिंग के पीछे की एक झलक दी. वीडियो से पता चलता है कि प्रोजेक्ट के सेट को बनाने में 700 से ज्यादा कर्मचारी लगे. मेकर्स ने यह भी शेयर किया कि पूरा सेट 9 एकड़ जमीन पर बनाया गया था और इसे पूरा करने में 10 महीने लगे. महाराज के निर्देशक सिद्धार्थ पी मल्होत्रा ​​ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा, “यहां amitray649 और subratachskraborty ने शानदार सेट डिजाइन किया है. जब मैंने फिल्म बनाते समय आदि से पूछा था कि मैं स्क्रीन पर समय को फील और स्मेल करने  के लिए रियल लोकेशन्स पर शूटिंग करना चाहता हूं. तब महाराज से एक बड़े सिनेमैटिक एक्सपीरियंस वाली फिल्म लाने के लिए आदी और उनके विजन को धन्यवाद. उन्होंने मुझे इन टैलेंटेड प्रोडक्शन डिजाइनर्स के साथ मजबूत बनाया. इन्होंने ऐसे सेट डिजाइन किए जो प्रॉप्स से लेकर नक्काशी और फिनिश तक हर तरह से शानदार और डिटेल्ड थे! अमित और सुब्बू सर को धन्यवाद और मुझे rajivravibrilliance से बहुत खुशी है कि हम आपके विजन के साथ न्याय कर सके और मेरे विजन को जीवंत बना सके  एन्जॉय द यूनिट !!!"

'महाराज' ने स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर बेहतरीन सफलता हासिल करते हुए क्रिटिक्स और दर्शकों दोनों से काफी तारीफ और प्यार हासिल किया. इससे पहले यह ना सिर्फ भारत में टॉप 10 चार्ट में टॉप पर थी बल्कि 22 दूसरे देशों में भी नंबर एक नंबर पर है. हाल ही में मल्होत्रा ​​ने सोशल मीडिया पर आदित्य चोपड़ा और वाईआरएफ टीम को उनके अटूट सपोर्ट के लिए धन्यवाद दिया. उन्होंने लिखा, “एक बार फिर आदी ने मुझे एक ऐसी कहानी को जीवंत करने की इजाजत दी जिसे बताने की जरूरत थी. मैं महाराज से मिल रहे प्यार से बहुत खुश हूं. आदी आपके और पूरी वाईआरएफ टीम के प्रति मेरा ग्रेटिट्यूड सिर्फ एक साधारण 'धन्यवाद' देना काफी नहीं लगता."

मल्होत्रा ​​ने 'महाराज' से डेब्यू करने वाले जुनैद खान की भी तारीफ की. उन्होंने कमेंट किया "जुनैद वास्तव में उस कहावत को साकार करता है, 'एक फल पेड़ से दूर नहीं गिरता.' उनका वर्क एथिक और एक्टिंग स्किल साफ तौर से उनके पिता के असर को दिखाते हैं." 'महाराज' ने 2018 की ब्लॉकबस्टर 'हिचकी' के बाद मल्होत्रा ​​की डायरेक्टर चेयर पर वापसी है.

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