कुछ हिंदी गाने ऐसे होते हैं जिन्हें सुनकर ही डांस करने का मन होता है. फिर चाहें डांस आता हो या न आता हो. मेरा पिया घर आया भी ऐसा ही एक गाना है. ये ऐसा ही एक गाना है. जिसे सुनते ही कानों में वो बीट्स गूंज उठती हैं, जिन पर माधुरी दीक्षित ने 90 के दशक में ऐसा धमाल मचाया था कि पूरा देश झूम उठा था. 1995 की फिल्म ‘याराना' का ये गाना आज भी शादी-ब्याह से लेकर पार्टी तक हर जगह बजता है. लेकिन क्या आप जानते हैं, ये गाना पूरी तरह बॉलीवुड का क्रिएशन नहीं था. बल्कि इसकी आत्मा छिपी थी एक सूफियाना कव्वाली में जिसे खुद उस्ताद नुसरत फतेह अली खान ने गाया था.
सूफियाना जड़ों से निकला बॉलीवुड हिट
असल में ‘मेरा पिया घर आया' कोई नया गाना नहीं, बल्कि उस्ताद नुसरत फतेह अली खान की मशहूर कव्वाली का फिल्मी रूप है. इस कव्वाली में ‘पिया' का मतलब महज प्रेमी नहीं, बल्कि रूहानी मिलन से भी है. यानी रूह का अपने खुदा से मिलन. नुसरत साहब की आवाज में जब ये पंक्तियां गूंजती थीं, तो सुनने वालों को एक अलग ही दुनिया का एहसास होता था. उनकी ये कव्वाली 80 और 90 के दशक में सूफी संगीत की पहचान बन गई थी.
माधुरी दीक्षित के डांस ने किया हिट
जब फिल्म ‘याराना' के लिए म्यूज़िक डायरेक्टर आनंद मिलिंद ने इस कव्वाली की धुन उठाकर उसे एक डांस नंबर का रूप दिया. तब शायद उन्होंने भी नहीं सोचा था कि ये गाना इतिहास बन जाएगा. लाल ड्रेस में माधुरी दीक्षित का एनर्जी से भरा परफॉर्मेंस, दमदार एक्सप्रेशन और ग्रेस, सबने मिलकर इस गाने को आइकॉनिक बना दिया. इस गाने ने न सिर्फ फिल्म को हिट कराया, बल्कि माधुरी को डांस क्वीन का दर्जा भी दिलाया. आज तीन दशक बाद भी जब सोशल मीडिया पर ‘मेरा पिया घर आया' की कोई क्लिप वायरल होती है, तो लोग सिर्फ उसके बीट्स पर झूम उठते हैं. चाहे नुसरत साहब का सोलफुल अंदाज़ हो या माधुरी का ग्लैमरस तड़का. ये गाना दोनों का जादू है, जो वक्त गुजरने के बावजूद फीका नहीं पड़ा.