बॉलीवुड एक्ट्रेस माधुरी दीक्षित ने 1999 में डॉ. श्रीराम नेने से शादी की थी. शादी के बाद वह उनके साथ रहने के लिए अमेरिका चली गईं. हालांकि उन्होंने 2007 में फिल्म 'आजा नचले' से वापसी की और बाद में कई रियलिटी शो में जज के तौर पर दिखाई दीं. आखिरकार परिवार ने भारत वापस आने का फैसला किया. इस दौरान डॉ.नेने ने डेनवर में हार्ट सर्जन के रूप में अपनी नौकरी छोड़ने का फैसला किया और मेडिकल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में कदम रखा. अपने YouTube चैनल पर शेयर की गई बातचीत में डॉ.
नेने ने खुलासा किया, "मैं भारतीय हूं. मैं एक एनआरआई परिवार से आया हूं और मेरे माता-पिता इस रूप से इस बात से खुश नहीं थे कि मैं हार्ट सर्जन की प्रोटोटाइप नौकरी छोड़ रहा हूं और हर भारतीय का सपना है, जिसमें सही तरह के हालात और बहुत सारे दोस्त और अस्पताल का लीड है. लेकिन मैं ओपन-हार्ट सर्जरी से अधिकतम 3-5 मरीजों का ऑपरेशन कर सकता हूं और एक साल में शायद 500 मरीजों का."
डॉ.नेने ने बताया कि उन्हें बचपन से ही तकनीक में इंट्रेस्ट थी. उन्होंने 14 साल की उम्र में एक सॉफ्टवेयर कंपनी शुरू की थी. हालांकि उनके माता-पिता ने उन्हें मेडिकल या इंजीनियरिंग में करियर बनाने के लिए बढ़ाया दिया. मेडिकल रीजन में दो दशकों के बाद उन्होंने इसे फायदेमंद पाया लेकिन फ्यूचर का इमैजिन नहीं किया जहां मीडिया और टेक्नोलॉजी के जरिए से हेल्थ सर्विस को बढ़ाया जा सके. उनका टार्गेट ऐसे डिजिटल सॉल्यूशन बनाना था जो हेल्थ सर्विस के लिए सुलभ बना सकें.
2011 में डॉ. नेने ने हार्ट सर्जन के तौर अपनी नौकरी छोड़ने का फैसला किया. इस फैसले पर उनके साथी और वर्कर्स ने चिंता जाहिर की थी. शुरू में उनके माता-पिता सपोर्टिव नहीं थे लेकिन जब उन्होंने उनके कुछ स्टार्ट-अप की सफलता देखी, तो उनका विजन बदल गया.