मधुबाला 50 के दशक में सबसे ज्यादा फीस लेने वाली अभिनेत्रियों में से एक थीं. वह अपनी नेचुरल ब्यूटी और अट्रैक्शन के लिए पूरी दुनिया में मशहूर हुईं. उनके चाहने वालों की कतार लंबी थी. उस दौर में कई अभिनेता उन्हें पसंद करते थे. हालांकि मधुबाला सुपरस्टार दिलीप कुमार को पंसद करती थीं और दिलीप कुमार भी उन्हें चाहते थे. मधुबाला और दिलीप कुमार ने एक दूसरे के साथ कई फिल्मों में काम किया. दोनों एक-दूसरे के प्यार में पागल थे और शादी करने वाले थे. लेकिन किस्मत ने उनके लिए कुछ और ही तय कर रखा था.
मधुबाला का करियर लगभग दो दशकों तक शानदार रहा, जिसमें उन्होंने कॉमेडी, रोमांटिक ड्रामा से लेकर पीरियड ड्रामा तक कई तरह की शैलियों में काम किया. उन्होंने 1942 में ‘बसंत' से अपने करियर की शुरुआत की, जो व्यावसायिक रूप से सफल रही. उन्होंने बचपन से ही अपने परिवार के लिए काम करना शुरू कर दिया था. मधुबाला अपने माता-पिता के ग्यारह बच्चों में से पांचवें नंबर पर थीं. उनकी चार बहनें थीं - कनीज़ फातिमा (जन्म 1925), अल्ताफ़ (जन्म 1930), चंचल (जन्म 1934) और ज़ाहिदा (जन्म 1949) में हुआ था. उनमें से एक ने इंडस्ट्री में महत्वपूर्ण पहचान बनाई.
मधुबाला की बहन ने राज कपूर के साथ काम किया
मधुबाला की छोटी बहन ज़ाहिदा अक्सर मधुबाला की ज़िंदगी के बारे में खुलासा करती रहती हैं. उन्होंने संगीतकार बृज भूषण से शादी की और अपना नाम बदलकर मधुर भूषण रख लिया. वहीं उनकी बहन चंचल ने फिल्मों में काम किया और एक अभिनेत्री के रूप में पहचान बनाई. चंचल अपनी बहन के साथ काफी मिलती-जुलती दिखने के लिए मशहूर थी. उसकी खूबसूरती उसकी बहन की तरह ही लोगों के दिलों पर छा गई. उसने मधुबाला के साथ 1955 में फ़िल्म ‘नाता' में स्क्रीन स्पेस शेयर किया था. चंचल, मधुबाला से काफ़ी मिलती-जुलती दिखती थीं और उस दौर में दोनों बहनों की खूबसूरती ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया था. चंचल ने 'तेरांदाज़' (1956), 'मदर इंडिया' (1957), और 'महलों के ख़्वाब' (1960) जैसी फ़िल्मों में नजर आई थीं. फिल्म 'मदर इंडिया' में उन्होंने संजय दत्त के पिता सुनील दत्त की ऑन-स्क्रीन पत्नी की भूमिका निभाई थी.