साल था 1960. थिएटर में एक फिल्म आई, जिसने हिंदी सिनेमा की परिभाषा ही बदल दी. नाम था – मुगल-ए-आज़म. दिलीप कुमार, मधुबाला और पृथ्वीराज कपूर जैसे बड़े स्टार्स की ये फिल्म अपने शानदार सेट्स, दमदार डायलॉग्स और दिल छू लेने वाले गानों के लिए आज भी याद की जाती है.लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस फिल्म का सबसे फेमस गाना 'जब प्यार किया तो डरना क्या' कितनी मेहनत से बना था? इस गाने को लिखने से पहले 105 गाने रिजेक्ट हो चुके थे. फिर कहीं जाकर इस गाने के बोल फाइनल हुए. इसे लिखने में ही 100 घंटे से ज्यादा का वक्त लग गया था.
गाने की रिकॉर्डिंग भी आम नहीं थी. संगीतकार नौशाद और गायिका लता मंगेशकर चाहते थे कि आवाज में एक खास गूंज हो, जो स्टूडियो में नहीं मिल पा रही थी. इसलिए लता जी ने ये गाना बाथरूम में खड़े होकर रिकॉर्ड किया. जी हां, बाथरूम की गूंज को माइक में कैद किया गया और वहीं से निकला वो जादू, जो आज तक सबके दिलों में बसा है.
10 लाख थी गाने की लागत
इस गाने को शूट करने के लिए एक शीशे का भव्य सेट तैयार किया गया था, जिसकी लागत थी करीब 10 लाख रुपए – उस दौर में ये रकम बेहद बड़ी मानी जाती थी. सिर्फ सेट पर ही 2 लाख खर्च हो गए थे. डायरेक्टर के.आसिफ इस गाने को परफेक्ट बनाना चाहते थे, और उन्होंने कोई समझौता नहीं किया.
मुगल-ए-आज़म को बनने में 14 साल लगे. बीच में प्रोड्यूसर बदल गए, पैसे की कमी आई, लेकिन आसिफ साहब ने हार नहीं मानी. आज भी जब कहीं ‘जब प्यार किया तो डरना क्या' ये गाना बजता है, तो सिर्फ एक गाना नहीं, बल्कि सिनेमा के पीछे का जुनून और शिद्दत गूंजती है.