लता मंगेशकर को उनकी गायकी के लिए पहचाना जाता है. उन्होंने विभिन्न भाषाओं में 30,000 से ज्यादा गाने गाए हैं. सुर कोकिला Lata Mangeshkar का आज निधन हो गया है. वह 8 जनवरी से ब्रीच कैंडी अस्पताल में थीं, और कोविड से संक्रमित थीं. उनके निधन से पूरे देश में शोक की लहर है. लता मंगेशकर ने 2008 में NDTV को एक इंटरव्यू दिया था और इस इंटरव्यू में उन्होंने अपने फिल्मी करियर से लेकर गायकी तक के बारे में खुलकर बातें की थीं.
इसी इंटरव्यू में Lata Mangeshkar ने बताया था कि उन्हें एक्टिंग क्यों पसंद नहीं थी. लता मंगेशकर ने बताया कि उन्होंने अपने करियर की शुरुआत बॉम्बे टॉकीज से की थी. वह मास्टर विनायक के साथ काम करती थीं. लेकिन उन्हें मेकअप करना कतई पसंद नहीं था, और कैमरे के सामने रोना और हंसना भी वह पसंद नहीं करती थीं. उन्होंने इंटरव्यू में कहा था, 'कभी मार पड़ती थी, कभी कुछ होता था. मेरा सबसे ज्यादा ध्यान गाने की ओर होता था. बचपन से गाना ही मेरी लाइफ था. मास्टर विनायक का निधन हुआ तो हमारी कंपनी बंद हो गई. उसके बाद मैंने प्लेबैक सिंगिंग को चुना. एक आदमी था जो मुझे म्यूजिक डायरेक्टर के पास ले गया. लेकिन फिल्मिस्तान के मालिक थे मुखर्जी साहेब. उन्होंने कहा कि मेरी हीरोइन को यह आवाज सूट ही नहीं करती. बहुत पतली आवाज है और उन्होंने मुझे रिजेक्ट कर दिया. मास्टर गुलाम हैदर साहब ने मुझे यह बात नहीं बताई और अपने साथ चलने के लिए कहा. हम वहां से स्टेशन गए और ट्रेन पकड़कर बॉम्बे टॉकीज मालाड़ आ गए. वहीं दो तीन दिन बाद मैंने गाना रिकॉर्ड कर दिया.'