कुमार सानू, जिनका असली नाम केदारनाथ भट्टाचार्य है, वो शख्सियत हैं जिनकी आवाज ने नब्बे के दशक में बॉलीवुड को रोमांस की नई परिभाषा दी. 20 अक्टूबर 1957 को कोलकाता में जन्मे सानू ने अपनी मखमली और भावपूर्ण गायकी से न सिर्फ लाखों दिलों को छुआ, बल्कि भारतीय संगीत को एक नया मुकाम भी दिया. ‘आशिकी' (1990) के गाने जैसे ‘दिल का आलम' और ‘नजर के सामने' ने उन्हें रातोंरात स्टार बना दिया और यह एल्बम आज भी संगीत प्रेमियों के लिए एक मील का पत्थर है. उनकी आवाज में वो जादू था, जो रोमांटिक, दर्द भरे, और उत्साहपूर्ण गीतों को एक नया रंग देता था. यही वजह है कि उन्हें ‘किंग ऑफ मेलोडी' और ‘रोमांस किंग' जैसे खिताबों से नवाजा गया. लेकिन उनकी पर्सनल लाइफ इन दिनों काफी चर्चा में है. जब बिग बॉस 19 की कंटेस्टेंट और एक्ट्रेस कुनिका सदानंद ने सिंगर का नाम लिया और बताया था कि कई साल तक उनसे कुमार सानू का अफेयर रहा.
बेहद कम लोग जानते हैं कि 90 के दशक के सुपरस्टार कुमार सानू ने दो शादियां की थीं. उनकी पहली पत्नी रीता दत्ता से 1986 में हुई थी.
शादी ज्यादा समय तक नहीं चली और 8 साल बाद दोनों अलग हो गए. कपल के तीन बच्चे हैं. रिपोर्ट्स की मानें तो जब वह प्रेग्नेंट थीं तो उन्हें कुमार सानू के अफेयर के बारे में पता चला.
पहली पत्नी से तलाक के बाद कुमार सानू की जिंदगी में कुनिका सदानंद आईं, जिनसे उनका अफेयर 6 साल तक चला. हालांकि बात शादी तक नहीं पहुंच पाई.
फिर कुमार सानू की जिंदगी में बीकानेर की सलोनी भट्टाचार्य आईं, जिनसे सिंगर ने शादी की. सलोनी का बॉलीवुड से कोई ताल्लुक नहीं है और वह लाइमलाइट से दूर रहती हैं. कपल की दो बेटियां शैनॉन और एनाबेल हैं. शैनन को कुमार सानू ने गोद लिया, जो कि अब अमेरिकन इंडियन सिंगर हैं.
कुमार सानू की बात करें तो उनकी गायकी की खासियत उनकी बहुमुखी प्रतिभा रही है. उन्होंने 20,000 से ज्यादा गाने रिकॉर्ड किए, जो हिंदी के साथ-साथ बंगाली, मराठी, तमिल, तेलुगु और कई अन्य भारतीय भाषाओं में हैं.
चाहे ‘चोरी चोरी जब नजरे मिली' (करीब) का रोमांटिक अंदाज हो, ‘लड़की बड़ी अनजानी है' (कुछ कुछ होता है) की मासूमियत, या ‘ये काली काली आंखें' (बाजीगर) की धमाकेदार एनर्जी, सानू ने हर शैली को बखूबी निभाया. उनकी यह काबिलियत उन्हें बॉलीवुड के सुनहरे दौर का सबसे पसंदीदा सिंगर बनाती है.