Laapataa Ladies Movie Story is Inspired By This 64 Year Old Movie: देश भर में आज केवल एक ही फिल्म की चर्चा हो रही है. ये कोई सलमान, शाहरुख, आमिर, प्रभास, राजामौली, रजनीकांत या अमिताभ बच्चन की फिल्म नहीं है. ये फिल्म कुछ नए चेहरों की है जिन्होंने किरण राव के डायरेक्शन में काम किया और फिर बना एक ऐसा मास्टरपीस जिसे पहले देशभर में प्यार मिला और अब ये फिल्म ऑस्कर में भारत की ऑफीशियल एंट्री के तौर पर भेजी जा रही है. ये एक ऐसी अचीवमेंट है जो फिल्म के लिए वैलिडेशन की तरह है. ये बात खुद फिल्म की डायरेक्टर किरण राव ने कही.
अब जब इस फिल्म की इतनी चर्चा है तो चलिए इसकी कहानी के इतिहास को खंगालते हैं. इस फिल्म में घूंघट की वजह से दुल्हनों की अदला-बदली हो जाती है. जब घूंघट खुलता है तो सब हैरान रह जाते हैं. फिल्म की कहानी इसी पर है कि किस तरह अपनी दुल्हन की तलाश में एक पति दिन रात एक करता है और वहीं उसके साथ जो लड़की गलती से आ गई थी वो अपने नए पति के पास लौटना नहीं चाहती. वह किस तरह पढ़ाई के अपने सपने को पूरा करने के लिए आगे बढ़ती है और साथ ही बिछड़े हुए इन दो प्यार करने वालों को मिलाती है.
फिल्म रिलीज हुई तो अनंत महादेवन ने दावा किया कि इस फिल्म की कहानी 1999 में आई उनकी एक स्मॉल स्केल फिल्म 'घूंघट के पट खोल' से इंस्पायर्ड है. जबकि ना तो ये कहानी पहली बार 2023 में बनी और ना ही इसे पहले 1999 में ढूंढा गया था. इस कहानी पर पहली फिल्म 1960 में बनी थी.
क्या था 64 साल पहले बनी इस फिल्म का नाम ?
घूंघट की वजह से दुल्हनों के बदले जाने की कहानी असल में 1960 में पर्दे पर देखने को मिली थी. इस फिल्म को रामानंद सागर ने डायरेक्ट किया था. घूंघट में भारत भूषण, प्रदीप कुमार, बीना राय और आशा पारेख लीड रोल में थीं. फिल्म की कहानी की बात करें तो रवि नाम का शख्स लक्ष्मी को चाहता है पर वह मजबूरन दूसरी लड़की से शादी कर लेता है. रास्ते में एक ट्रेन हादसा होता है जिसमें उसकी पत्नी मर जाती है. वह एक बेहोश दुल्हन को अपनी पत्नी समझकर घर ले आता है और इस तरह ये कहानी आगे बढ़ती है.