2003 की रोमांटिक कॉमेडी ड्रामा कल हो ना हो में शाहरुख खान, प्रीति जिंटा और सैफ अली खान लीड रोल में थे. करण जौहर लिखी और प्रोड्यूस की गई इस फिल्म को निखिल आडवाणी ने डायरेक्ट किया था. यह दिल तोड़ने वाला लव ट्राएंगल पिछले कुछ सालों में एक कल्ट क्लासिक बन गया है. जबकि शाहरुख और सैफ फिल्म में अमन माथुर और रोहित पटेल के रोल के लिए पहली पसंद थे, करण चाहते थे कि करीना कपूर नैना कैथरीन कपूर का किरदार निभाएं. उड़ता पंजाब की एक्ट्रेस ने फिल्म के लिए शाहरुख खान जितनी ही फीस मांगी. करण उनकी मांगों को सुनकर इतने हैरान हो गए कि उन्होंने उनके साथ काम करने से इनकार कर दिया और यहां तक कि करीब 18 महीने तक उनसे बात भी नहीं की.
ऐ दिल है मुश्किल के डायरेक्टर ने अपनी बायोग्राफी एन अनसूटेबल बॉय में इस घटना के बारे में बात करते हुए लिखा, "मुझसे दोस्ती करोगे की रिलीज के वीकेंड पर मैंने करीना को कल हो ना हो ऑफर की और उन्होंने शाहरुख खान को मिलने वाले पैसे मांगे. मैंने कहा, 'सॉरी'. मैं बहुत दुखी था. मैंने अपने पिता से कहा. मैंने सोचा चलो एक बार बात करके देखते हैं और मैंने उन्हें फोन किया. उन्होंने मेरा फोन नहीं उठाया और मैंने फैसला लिया कि अब हम उन्हें नहीं लेंगे और हमने उनकी जगह प्रीति जिंटा को साइन कर लिया."
दोबारा कैसे दोस्त बने करण और करीना ?
कॉफी विद करण 8 में करण ने खुलासा किया कि कैसे वह और करीना अपने पिता यश जौहर की मौत के बाद फिर से मिले, उन्होंने कहा, "हमने डेढ़ साल तक बात नहीं की. जब मेरे पिता को कैंसर का पता चला तब जाकर उन्होंने मुझे फोन किया. वह चुप रहीं और मैं भी चुप रहा. वह ऐसी थीं कि मुझे नहीं पता कि क्या कहना है. मैंने कहा, कुछ मत कहो, मुझे पता है कि तुम वहां हो. जब उनका निधन हुआ, तब वह बैंकॉक में थीं, हम अभी भी ठीक नहीं हुए थे, वह अपनी शूटिंग से फ्री हुईं और घर आ गईं. हमने पूरी रात सिर्फ बातें करते हुए बिताईं. हम वापस वहीं चले गए जहां हम थे. जब हम झगड़ पड़े तो मैंने कहा कि मैं उनसे फिर कभी बात नहीं करूंगा."