होम्बले फिल्म्स की 'कंतारा: चैप्टर 1' मचअवेटेड फिल्मों में से एक है. साल 2022 में आई 'कंतारा' बॉक्स ऑफिस पर बड़ी हिट बनकर सबसे बड़ी स्लीपर हिट बनकर उभरी, जिसे बाद इस प्रीक्वल से दर्शकों की उम्मीदें और बढ़ गई हैं. यह फिल्म 'कंतारा' की दुनिया को बड़े पैमाने पर पेश करने के लिए तैयार है, जिसके लिए कारीगरों और क्रू के मेंबर्स ने अलग-अलग राज्यों से आकर फिल्म की पुरानी दुनिया को फिर से जिंदा करने में अपना खास योगदान दिया है.
'कंतारा: चैप्टर 1' बिना किसी शक इस साल की सबसे बड़ी फिल्मों में से एक है। इसकी कहानी से लेकर इसके कास्ट और इसके पैमाने तक, सब कुछ बहुत बड़ा होने वाला है. ऐसे में, एक ही सोच के साथ, कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना, केरल, पश्चिम बंगाल और बाकी जगहों से कारीगर और क्रू के मेंबर्स आए. हर कारीगर और क्रू मेंबर ने फिल्म की पुरानी दुनिया को फिर से जिंदा करने के लिए अपनी खासियत का कमाल दिखाया. बता दें कि यह कदम एक पहाड़ी की चोटी पर एक बहुत बड़े मंदिर के सेट को आकर देने के लिए उठाया गया था. मेकर्स यह चाहते थे कि यह मंदिर का सेट लंबे समय तक रहे और दशकों तक इसे देखा जाए. अब इसके लिए उन्हें भारत भर के लोगों की जरूरत थी, ताकि वे इस कला को बनाने में अपना योगदान दे सकें.
होम्बले फिल्म्स की 'कंतारा: चैप्टर 1' उनकी सबसे एंबिशियस प्रोजेक्ट्स में से एक है. इसके क्रिएटिव टीम में म्यूजिक डायरेक्टर बी. अजनीश लोकनाथ, सिनेमैटोग्राफर अरविंद कश्यप, और प्रोडक्शन डिजाइनर विनेश बांग्लान शामिल हैं, जिन्होंने फिल्म के दमदार विजुअल और भावनात्मक कहानी को आकार दिया है.
इसके अलावा, होम्बले फिल्म्स 2022 की इस ब्लॉकबस्टर फिल्म की विरासत को आगे ले जाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है. मेकर्स ने 'कंतारा: चैप्टर 1' के लिए नेशनल और इंटरनेशनल स्पेशलिस्ट के साथ एक बड़ा वॉर सीक्वेंस तैयार किया है, जिसमें 500 से ज्यादा कुशल फाइटर्स और 3,000 लोग शामिल हैं. यह सीक्वेंस 25 एकड़ में फैले एक पूरे शहर में, ऊबड़-खाबड़ इलाके में 45-50 दिनों के दौरान फिल्माया गया था, जो इसे भारतीय सिनेमा के इतिहास में सबसे बड़े सीक्वेंसेज में से एक बनाता है.
यह फिल्म 2 अक्टूबर को दुनिया भर में कन्नड़, हिंदी, तेलुगु, मलयालम, तमिल, बंगाली और अंग्रेजी भाषाओं में रिलीज होगी. यह अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जुड़े रहते हुए भी अलग-अलग भाषाओं और क्षेत्रों के दर्शकों तक पहुंचेगी.
फिल्म 'कंताराः चैप्टर 1' के साथ, होम्बले फिल्म्स भारतीय सिनेमा की सीमाओं को आगे बढ़ा रही है. यह फिल्म लोककथाओं, आस्था और सिनेमा की शानदार कारीगरी का जश्न मनाती है.