करण जौहर ने बड़े पैमाने पर एक फिल्म बनाई थी कभी अलविदा न कहना. बड़े पैमाने पर इसलिए क्योंकि उस दौर के जितने बड़े कलाकार थे, अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान, अभिषेक बच्चन, प्रीति जिंटा और रानी मुखर्जी. वो सब इस फिल्म का हिस्सा थे. इसके अलावा फिल्म के सेट लोकेशन सब कुछ हाई फाई था. इन सबके बावजूद फिल्म कुछ खास कमाल नहीं दिखा सकी थी. इसकी वजह थी फिल्म की कहानी जिसे उस वक्त कंटेंप्ररी नहीं माना गया. इस फिल्म में रानी मुखर्जी वाला रोल पहले काजोल को प्रेफर किया गया था. लेकिन एक्ट्रेस ने फिल्म करने से इंकार कर दिया.
काजोल और शाहरुख खान की जोड़ी उन दिनों हिट जोड़ियों में से एक थी. खास तौर से करण जौहर और यश राज बैनर्स की मूवी में दोनों की जोड़ी बहुत पसंद की गई थी. इस फिल्म में शाहरुख खान के होते हुए भी काजोल ने काम करने से इंकार कर दिया. जिसका खुलासा काजोल ने काफी समय बाद कॉफी विद करण ने किया. इसमें करण जौहर ने काजोल से सवाल किया कि वो क्यों फिल्म नहीं करना चाहती थीं. तब काजोल ने कहा कि वो फिल्म के रानी मुखर्जी वाले रोल से एग्री नहीं कर रही थीं. उनका मानना था कि वो उस किस्म की महिला हैं जो शादी तोड़ने की जगह शादी बचाने की कोशिश करतीं. न कि फिल्म के किरदार की तरह अपनी शादी खत्म कर देतीं.
फिल्म में रानी मुखर्जी और शाहरुख खान ऐसे रोल्स में हैं जो अपनी फैमिली लाइफ में खुश रहने की बहुत कोशिश करते हैं. लेकिन चाह कर भी अपनी शादी से खुश नहीं हो पाते. जबकि दोनों को एक दूसरे का साथ बहुत पसंद आता है. शाहरुख खान की वाइफ होती हैं प्रीति जिंटा और रानी मुखर्जी के हसबैंड होते हैं अभिषेक बच्चन. दोनों फिल्म के एंड में अपनी शादी तोड़कर एक दूसरे के हो जाते हैं.